ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन का कन्फ्यूजन खत्म! AMT, CVT या DCT? जानें कौन सा है बेस्ट

आजकल ऑटोमैटिक कारों की मांग बहुत बढ़ रही है. लेकिन AMT, CVT, DCT और iMT जैसे कई प्रकार के ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन हैं जिनमें से हर एक के फायदे और नुकसान अलग-अलग हैं. जानें AMT, CVT, DCT और iMT ट्रांसमिशन में क्या अंतर है, इनके फायदे-नुकसान क्या हैं और आपकी जरूरत के अनुसार कौन-सा ट्रांसमिशन विकल्प आपके लिए सबसे बेहतर साबित हो सकता है.

ऑटोमैटिक कार Image Credit: GettyImages

Automatic Transmission: आज के समय में ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन वाली कारों की डिमांड तेजी से बढ़ रही है, क्योंकि ये ड्राइविंग को आसान और आरामदायक बनाती हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि सभी ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन एक जैसी नहीं होतीं? मार्केट में AMT, CVT, DCT और iMT जैसे कई ऑप्शन उपलब्ध हैं, जिनमें से हर एक के अपने फायदे और नुकसान हैं. अगर आप यह समझ नहीं पा रहे हैं कि आपके लिए कौन-सी ट्रांसमिशन सही रहेगी, तो चलिए आपको विस्तार से बताते हैं. यह जानकारी आपके लिए काफी अहम हो सकती है.

AMT (ऑटोमेटेड मैनुअल ट्रांसमिशन)

सबसे पहली बात, यह बजट के अनुकूल होता है. AMT मूल रूप से एक मैनुअल गियरबॉक्स ही होता है, लेकिन इसमें क्लच और गियर शिफ्टिंग का काम ऑटोमैटिक तरीके से होता है. यह मैनुअल की तुलना में बेहतर माइलेज देता है और इसकी मेंटेनेंस कॉस्ट भी कम होती है. हालांकि, गियर शिफ्ट करते समय झटके लगते हैं और अन्य ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन की तुलना में इसका रिस्पॉन्स धीमा होता है.

CVT (कंटीन्यूअसली वेरिएबल ट्रांसमिशन)

यह स्मूथ ड्राइविंग के लिए बेहतर माना जाता है. इसमें गियर की जगह बेल्ट और पुली सिस्टम होता है, जो अनलिमिटेड गियर रेशियो प्रदान करता है. इसमें बेहद स्मूथ एक्सीलरेशन होता है और फ्यूल एफिशिएंसी भी अच्छी रहती है. साथ ही ट्रैफिक में चलाना काफी आरामदायक होता है. हालांकि, इसकी रिपेयरिंग कॉस्ट काफी अधिक होती है.

DCT (ड्यूल क्लच ट्रांसमिशन)

यह परफॉर्मेंस पसंद करने वालों के लिए एक शानदार विकल्प है. इसमें दो अलग-अलग क्लच होते हैं. एक ऑड गियर्स के लिए और दूसरा ईवन गियर्स के लिए जिससे गियर शिफ्टिंग बेहद तेज होती है. इसमें स्पोर्टी ड्राइविंग एक्सपीरियंस मिलता है और यह CVT या AMT की तुलना में बेहतर एक्सीलरेशन प्रदान करता है. हालांकि, इसकी कीमत और मेंटेनेंस कॉस्ट ज्यादा होती है, और भारी ट्रैफिक में ओवरहीटिंग की समस्या हो सकती है.

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iMT (इंटेलिजेंट मैनुअल ट्रांसमिशन)

यह मैनुअल का एक ऑटोमैटिक वर्जन है. इसमें ड्राइवर को गियर शिफ्ट करना पड़ता है, लेकिन क्लच ऑटोमैटिक होता है. यह पूरी तरह से ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन की तुलना में सस्ती होती है, मैनुअल जैसा कंट्रोल देती है और बेहतर माइलेज भी. हालांकि, यह अब तक कम मॉडलों में ही उपलब्ध है.