वेदांता पर विदेशी फर्म की रिपोर्ट को पूर्व CJI चंद्रचूड़ ने बताया भ्रामक, बोले- वायसरोय की रिपोर्ट भरोसे लायक नहीं
अमेरिका की वायसरोय रिसर्च ने वेदांता ग्रुप के खिलाफ एक रिपोर्ट जारी की थी. इस रिपोर्ट में गंभीर आरोप लगाए गए थे. इस रिपोर्ट को भारत के पूर्व मुख्य न्यायाधीश डी. वाई. चंद्रचूड़ ने "Lack of credibility" वाला बताया है. उन्होंने कहा कि वेदांता ग्रुप इस मामले में कानूनी कदम उठा सकता है. वेदांता ने इस रिपोर्ट के खिलाफ पूर्व मुख्य न्यायाधीश से स्वतंत्र कानूनी राय मांगी थी.

DY Chandrachud: अमेरिका की वायसरोय रिसर्च ने वेदांता ग्रुप के खिलाफ एक रिपोर्ट जारी की थी. इस रिपोर्ट में गंभीर आरोप लगाए गए थे. इस रिपोर्ट को भारत के पूर्व मुख्य न्यायाधीश डी. वाई. चंद्रचूड़ ने “Lack of credibility” वाला बताया है. उन्होंने कहा कि वेदांता ग्रुप इस मामले में कानूनी कदम उठा सकता है. वेदांता ने इस रिपोर्ट के खिलाफ पूर्व मुख्य न्यायाधीश से स्वतंत्र कानूनी राय मांगी थी. चंद्रचूड़ ने अपनी राय में कहा कि वायसरोय रिसर्च पहले भी कई कंपनियों के खिलाफ ऐसी भ्रामक रिपोर्ट्स जारी कर चुकी है. यह कंपनी शेयर बाजार में शॉर्ट सेलिंग करती है और फिर गलत जानकारी वाली रिपोर्ट्स जारी करके बाजार को प्रभावित करती है, ताकि उसे अवैध तरीके से मुनाफा मिले.
वेदांता ग्रुप को कहा गया था पैरासाइट
वायसरोय की 9 जुलाई की रिपोर्ट में वेदांता ग्रुप को पैरासाइट कहा गया और आरोप लगाया गया कि यह अपने भारतीय हिस्से से पैसा निकाल रहा है. रिपोर्ट में वेदांता को “पोंजी स्कीम” और “अस्थिर कर्ज का ढांचा” भी बताया गया. इन आरोपों से वेदांता के कारोबार को नुकसान पहुंचा है. चंद्रचूड़ ने कहा कि ऐसे गंभीर और हानिकारक आरोपों के खिलाफ वेदांता कानूनी कार्रवाई कर सकता है.
वेदांता ने रिपोर्ट का किया खंडन
वेदांता ने जवाब में कहा कि यह रिपोर्ट “गलत और बेबुनियाद” है. कंपनी का कहना है कि वायसरोय ने यह रिपोर्ट बिना उनसे संपर्क किए जारी की, जिसमें चुनिंदा गलत जानकारी दी गई है. वेदांता का कहना है कि यह उनके खिलाफ बदनाम करने की साजिश है. पूर्व मुख्य न्यायाधीश ने साफ किया कि वायसरोय की इस तरह की हरकतें पहले भी देखी गई हैं, जहां वे कंपनियों के खिलाफ ऐसी रिपोर्ट्स बनाकर बाजार में उनके शेयरों की कीमत गिराने की कोशिश करते हैं. उन्होंने सुझाव दिया कि वेदांता को इस मामले में कानूनी रास्ता अपनाना चाहिए, ताकि उनकी प्रतिष्ठा और कारोबार की रक्षा हो सके.
वेदांता की छवि को नुकसान पहुंचाने की कोशिश
इस पूरे मामले से यह साफ है कि वायसरोय की रिपोर्ट ने वेदांता की छवि को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की है, लेकिन पूर्व मुख्य न्यायाधीश की राय से कंपनी को कानूनी लड़ाई में मजबूती मिल सकती है. वेदांता ने इस रिपोर्ट को झूठा और दुर्भावनापूर्ण करार दिया है और इसे गंभीरता से लेते हुए कदम उठाने की बात कही है.
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