5 दिन में सोने ने कर दिया निवेशकों को कन्फ्यूज! कभी चढ़ा, कभी फिसला; जानें क्या रही वजहें

सोने और चांदी के दामों में इस हफ्ते जो उठापटक हुई, उसने बाजार के जानकारों को भी चौंका दिया. कभी वैश्विक संकेतों ने सपोर्ट किया, तो कभी डॉलर की रफ्तार ने कीमतों को नीचे गिरा दिया. जानिए कैसे इस हफ्ते सोने और चांदी की चाल ने सबको उलझन में डाला.

एक हफ्ते में कितना बदला सोना Image Credit: FreePik

Gold Weekly Report: बीते एक हफ्ते में सोने की कीमतों में लगातार उतार-चढ़ाव देखने को मिला. कभी वैश्विक बाजार के संकेतों के चलते सोना महंगा हुआ, तो कभी डॉलर की मजबूती ने कीमतों को नीचे धकेला. 14 जुलाई से 18 जुलाई के बीच सोने के दामों में कई बार उतार-चढ़ाव हुआ, जिससे निवेशक भी असमंजस में दिखे. इस रिपोर्ट में जानिए, इस सप्ताह में सोने की कीमतें कब-कितनी गिरीं या बढ़ीं और इसके पीछे की वजह क्या रही.

14 और 15 जुलाई को लगभग एक जैसी रहीं

14 जुलाई को MCX पर सोना 98,144 रुपये प्रति 10 ग्राम पर ट्रेड कर रहा था और 24 कैरेट गोल्ड की कीमत इंडियन बुलियन एसोसिएशन (IBA) पर 98,530 रुपये प्रति 10 ग्राम रही. 22 कैरेट की कीमत 90,319 रुपये प्रति 10 ग्राम दर्ज की गई.

15 जुलाई को भी स्थिति लगभग वैसी ही रही, कुछ शहरों में 350-400 की गिरावट के साथ सोने की खरीद-फरोख्त हुई. इसकी वजह थी अमेरिकी महंगाई आंकड़ों (PPI) का इंतजार, जिसने बाजार को अस्थिर बनाए रखा.

16 जुलाई को डॉलर कमजोर, सोना उछला

16 जुलाई को सोने में हल्की तेजी आई. MCX पर सोना 0.19 फीसदी की बढ़त के साथ 97,400 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंचा. यह उछाल अमेरिकी डॉलर में कमजोरी और वैश्विक बाजार में सकारात्मक संकेतों की वजह से आया. निवेशकों की नजर अमेरिका के महंगाई से जुड़े PPI डेटा पर थी, जो जून में ट्रंप की टैरिफ नीति के कारण फरवरी के बाद सबसे ऊंचे स्तर पर रहा.

17 जुलाई: ट्रंप-पॉवेल विवाद और डॉलर मजबूत, सोना गिरा

17 जुलाई को सोने की कीमत में गिरावट देखने को मिली. MCX पर गोल्ड इंडेक्स 97,485 रुपये प्रति 10 ग्राम तक फिसल गया. IBA के मुताबिक, 24 कैरेट की कीमत 97,870 रुपये और 22 कैरेट 89,714 रुपये प्रति 10 ग्राम रही. इसकी वजह अमेरिकी डॉलर की मजबूती और फेडरल रिजर्व चेयरमैन जेरोम पॉवेल को लेकर जारी अटकलें रहीं, जिससे सोने की मांग पर असर पड़ा.

18 जुलाई: स्थिरता के बीच हल्की तेजी, लेकिन बाजार में ठहराव

18 जुलाई को सोने की कीमतों में थोड़ा सुधार दिखा लेकिन ज्यादा बदलाव नहीं हुआ. MCX पर अगस्त कॉन्ट्रैक्ट 97,477 रुपये पर लगभग फ्लैट रहा. हालांकि, IBA के अनुसार, 24 कैरेट गोल्ड 98,440 रुपये और 22 कैरेट 89,751 रुपये पर पहुंचा, जो कि पिछले दिन से 0.02 फीसदी अधिक था. बाजार में अमेरिका में रेट कट की संभावनाएं कम होने और ट्रेड वॉर से जुड़ी चिंताओं में कमी की वजह से निवेशक सतर्क दिखे.

क्यों घटा-बढ़ा सोना?

इस हफ्ते के दौरान गोल्ड की चाल पूरी तरह अमेरिका के आर्थिक डेटा और डॉलर की स्थिति से प्रभावित रही. अमेरिकी PPI और CPI के आंकड़े, खुदरा बिक्री में इजाफा, और बेरोजगारी दावों की संख्या ने अमेरिकी इकोनॉमी को मजबूत संकेत दिए जिससे डॉलर में मजबूती आई. इसने सोने की सेफ-हेवन डिमांड को दबाया. वहीं ट्रंप और पॉवेल के बीच उठे राजनीतिक विवाद ने निवेशकों को उलझन में डाला.

चांदी का क्या हाल रहा?

जहां सोने की कीमतों में हलचल रही, वहीं चांदी भी शांत नहीं रही. 16 जुलाई को MCX पर चांदी 1,11,705 रुपये प्रति किलो थी, जो 18 जुलाई तक बढ़कर 1,13,140 रुपये प्रति किलो हो गई. इसमें कुल मिलाकर करीब 0.87 फीसदी की तेजी दर्ज हुई. वैश्विक औद्योगिक मांग और डॉलर में उतार-चढ़ाव इसके पीछे प्रमुख कारण रहे.

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इस हफ्ते सोने में स्थिरता कम और अनिश्चितता ज्यादा रही. डॉलर की चाल, अमेरिका की महंगाई दर और फेडरल रिजर्व की संभावित नीतियों ने निवेशकों को सोचने पर मजबूर कर दिया. आने वाले दिनों में 30 जुलाई की फेड बैठक से पहले फिर से बाजार में उथल-पुथल मुमकिन है.