IPO फंड के गलत इस्तेमाल की खबर से 11% टूटा इस रेलवे कंपनी का शेयर, कंपनी ने कहा- ‘सब आरोप गलत’

इस रेल सेक्टर की कंपनी के शेयर में 14 नवंबर को 11 फीसदी की भारी गिरावट दर्ज की गई, जिससे निवेशकों में चिंता बढ़ गई. IPO फंड के गलत इस्तेमाल की खबरों और कमजोर वित्तीय नतीजों ने दबाव बढ़ाया, हालांकि कंपनी ने सभी आरोपों को खारिज करते हुए फंड इस्तेमाल को पूरी तरह पारदर्शी बताया है. जानें क्या है शेयरों का हाल.

रेलवे स्टॉक Image Credit: Money9live/Canva

Airfloa Rail Tech Share Falls 11%: रेलवे टेक्नोलॉजी सॉल्यूशन देने वाली कंपनी Airfloa Rail Technology Limited के शेयर में शुक्रवार, 14 नवंबर को अचानक बड़ी गिरावट दर्ज की गई. कंपनी का स्टॉक लगभग 11 फीसदी तक टूटकर 346 रुपये तक पहुंच गया, जबकि पिछले दिन यह 389.70 रुपये पर बंद हुआ था. करीब 934 करोड़ रुपये के मार्केट कैप वाली इस कंपनी ने IPO लॉन्च के बाद अब तक अच्छा रिटर्न दिया है और लगभग 22.8 फीसदी की बढ़त दिखाई है. इसके बावजूद, हाल की गिरावट ने निवेशकों में चिंता बढ़ा दी.

क्या है वजह?

शेयर गिरने के पीछे सबसे बड़ी वजह बाजार में फैल रही वे रिपोर्ट्स थीं जिनमें दावा किया गया कि कंपनी ने IPO से जुटाए गए फंड का सही तरीके से इस्तेमाल नहीं किया है. इन खबरों के चलते निवेशकों का भरोसा डगमगा गया और बड़ी मात्रा में बिकवाली देखने को मिली. इसके साथ ही कंपनी के वित्तीय नतीजे भी मजबूत नहीं रहे, जिससे दबाव और बढ़ गया. H1 FY26 में कंपनी की रेवेन्यू H2 FY25 की तुलना में करीब 15 फीसदी गिर गई और ऑपरेटिंग कैश फ्लो भी और खराब होकर -41 करोड़ रुपये पर पहुंच गया, जो पिछले हाफ में -16 करोड़ रुपये था. IPO के बाद तेजी से बढ़े स्टॉक में कई निवेशकों ने मुनाफावसूली भी की, जिससे गिरावट गहरी हुई.

फोटो क्रेडिट- @BSE

कंपनी ने क्या कहा?

हालांकि, बाजार में फैल रही आशंकाओं को देखते हुए कंपनी ने तुरंत एक आधिकारिक बयान जारी किया और सभी आरोपों को नकार दिया. कंपनी ने साफ कहा कि IPO से जुटाए गए 91.09 करोड़ रुपये का पूरा इस्तेमाल ठीक उसी तरह किया गया है जैसा कि ऑफर डॉक्यूमेंट में वादा किया गया था. फंड के इस्तेमाल में कोई गड़बड़ी, देरी या दिशाहीनता नहीं हुई है. सभी प्रोजेक्ट्स तय समय पर पूरे हो रहे हैं और न ही किसी सरकारी मंजूरी या अन्य समझौतों से जुड़ी कोई रुकावट सामने आई है. कंपनी के मुताबिक इस्तेमाल न हुए फंड को सुरक्षित बैंक अकाउंट्स में रखा गया है और किसी तरह की वित्तीय दिक्कत या मिसमैनेजमेंट की बात बिल्कुल गलत है.

कैसी है वित्तीय स्थिति?

वित्तीय नतीजों पर नजर डालें तो H1 FY26 में कंपनी की रेवेन्यू 90.5 करोड़ रुपये रही, जो पिछले साल की समान अवधि के 107.2 करोड़ रुपये से कम है, यानी 15.6 फीसदी की गिरावट. हालांकि, तिमाही आधार पर इसमें सुधार देखने को मिला है और H2 FY25 के मुकाबले 6.4 फीसदी की बढ़ोतरी रही है. मुनाफे में जरूर मजबूती आई है, H1 FY26 का प्रॉफिट 12.1 करोड़ रुपये रहा, जो सालाना आधार पर 24.2 फीसदी की बढ़त है. हालांकि, पिछले हाफ की तुलना में यह 26 फीसदी कम रहा. इसके बावजूद मुनाफे की सालाना वृद्धि बताती है कि कंपनी ने लागत पर अच्छा नियंत्रण रखा है और मार्जिन सुधारे हैं. लेकिन नकारात्मक कैश फ्लो अभी भी कंपनी के लिए बड़ी चुनौती बना हुआ है, जो बताता है कि वर्किंग कैपिटल की जरूरतें काफी बढ़ गई हैं.

शेयर का हाल?

गिरावट के बाद कंपनी के शेयर थोड़ी सुधार के साथ 7.58 फीसदी टूट कर 360.15 रुपये पर बंद हुआ. लिस्टिंग के बाद (18 सितंबर, 2025) से अब तक स्टॉक का भाव 35.39 फीसदी तक चढ़ चुका है. यानी निवेशकों को प्रति शेयर 94.15 रुपये का रिटर्न मिल चुका है.

ये भी पढ़ें- FIIs की रिकॉर्ड सेलिंग, जबरदस्त खरीदारी के साथ DIIs ने संभाला मोर्चा; जानें कैसा था सेक्टोरल परफॉर्मेंस

डिस्क्लेमर: Money9live किसी स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ में निवेश की सलाह नहीं देता है. यहां पर केवल स्टॉक्स की जानकारी दी गई है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें.