FIIs की रिकॉर्ड सेलिंग, जबरदस्त खरीदारी के साथ DIIs ने संभाला मोर्चा; जानें कैसा था सेक्टोरल परफॉर्मेंस
14 नवंबर को भारतीय शेयर बाजार में विदेशी निवेशकों ने करीब 4,968 करोड़ रुपये की भारी बिकवाली की, जबकि घरेलू निवेशकों ने 8,461 करोड़ रुपये की मजबूत खरीद से बाजार को संभाला. दिनभर की हलचल के बावजूद सेंसेक्स और निफ्टी दोनों हरे निशान पर बंद हुए, जहां PSU बैंक, FMCG और फार्मा जैसे सेक्टर मजबूत दिखे, जबकि IT और मेटल सेक्टर्स दबाव में रहे.
FIIs vs DIIs Performances 14 Nov: शुक्रवार, 14 नवंबर को भारतीय शेयर बाजार में विदेशी निवेशकों (FII/FPI) की भारी बिकवाली देखने को मिली. उन्होंने एक ही दिन में करीब 4,968 करोड़ रुपये के शेयर बेच दिए, जो नवंबर महीने का अब तक का सबसे बड़ा आउटफ्लो है. यह दर्शाता है कि ग्लोबल अनिश्चितताओं और बाजार में बढ़ते उतार-चढ़ाव को देखते हुए विदेशी निवेशक अभी भी सतर्क रुख अपनाए हुए हैं. इसके उलट, घरेलू संस्थागत निवेशकों (DII) ने बाजार को सहारा देते हुए जबरदस्त खरीदारी की. उन्होंने कुल 8,461 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे, जो लगभग तीन महीने का उच्चतम स्तर है. DIIs की यह मजबूत हिस्सेदारी बाजार में स्थिरता बनाए रखने में अहम रही.
कितनी हुई खरीदारी और बिकवाली?
संस्था-आधारित लेनदेन को देखें तो DIIs ने कुल 24,572 करोड़ रुपये की खरीद की, जबकि उनकी बिक्री सिर्फ 6,111 करोड़ रुपये रही. इससे पता चलता है कि घरेलू निवेशकों का भरोसा बाजार में बना हुआ है. दूसरी ओर, FIIs भले ही 12,384 करोड़ रुपये की खरीदारी लेकर आए हों, लेकिन उन्होंने उससे कहीं ज्यादा 17,352 करोड़ रुपये के शेयर बेच दिए. इस कारण उनकी नेट पोजीशन भारी बिकवाली में बदल गई. पूरे साल के आंकड़े भी इसी ट्रेंड को दिखाते हैं. 2025 में अब तक FIIs ने करीब 2.53 लाख करोड़ रुपये की सेलिंग की है, जबकि DIIs ने लगातार सपोर्ट देते हुए 6.69 लाख करोड़ रुपये की नेट खरीदारी की है. यह अंतर बताता है कि घरेलू निवेशक भारतीय इक्विटी मार्केट के सबसे बड़े बैकबोन बनते जा रहे हैं.
कैसा रहा निफ्टी-सेंसेक्स?
इसी बीच, 14 नवंबर को शेयर बाजार में पूरे दिन उतार-चढ़ाव का दौर चला. सेंसेक्स और निफ्टी अक्सर लाल और हरे निशान के बीच झूलते रहे. आखिरकार आखिरी घंटे की जोरदार खरीदारी ने बाजार को संभाल लिया और दोनों प्रमुख इंडेक्स हरे निशान पर बंद हुए. सेंसेक्स 84 अंक ऊपर चढ़कर 84,563 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 31 अंक बढ़कर 25,910 पर पहुंच गया. दिनभर की हलचल का बड़ा कारण बिहार चुनाव के नतीजे और ग्लोबल मार्केट से कमजोर संकेत रहे. अमेरिका के शेयर बाजार में Nvidia और अन्य बड़ी टेक कंपनियों की भारी गिरावट ने निवेशकों की धारणा को प्रभावित किया. बढ़ती महंगाई ने ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदों को भी कमजोर किया, जिससे ग्लोबल मार्केट दबाव में रहा.
सेक्टोरल प्रदर्शन कैसा रहा?
सेक्टोरल परफॉर्मेंस की बात करें तो कई सेक्टरों में अलग-अलग रुझान देखने को मिले. PSU बैंक सेक्टर ने सबसे मजबूत प्रदर्शन किया और करीब 1.17 फीसदी की बढ़त दर्ज की. फार्मा, FMCG, एनर्जी और इंफ्रास्ट्रक्चर सेगमेंट में भी हल्की बढ़त देखने को मिली. हालांकि, कई सेक्टर्स दबाव में रहे. आईटी सेक्टर में सबसे ज्यादा 1.03 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई, जबकि ऑटो, मेटल और रियल्टी जैसे सेक्टर्स भी निगेटिव में बंद हुए. ब्रॉडर मार्केट में हालांकि माहौल थोड़ा बेहतर रहा. निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 0.38 फीसदी चढ़ा, वहीं मिडकैप 100 इंडेक्स ने 0.08 फीसदी की मामूली बढ़त दर्ज की.
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