1400 करोड़ के स्टॉक मार्केट स्कैम का हुआ खुलासा, फर्जी कंपनियों के जरिए सैकड़ों को बनाया शिकार; पूर्व बैंक कर्मचारी समेत 4 गिरफ्तार

सूरत साइबर क्राइम सेल ने 1,400 करोड़ रुपये के स्टॉक मार्केट घोटाले का खुलासा किया है। फर्जी कंपनियों जैसे IV ट्रेड और स्काई ग्रोथ वेल्थ ने हाई रिटर्न का झांसा देकर लोगों से ठगी की। यह रैकेट दुबई से संचालित हो रहा था और अंगाड़िया चैनल व फर्जी बैंक खातों के जरिए फंड ट्रांसफर किए जा रहे थे। पूर्व बैंक कर्मचारी समेत 4 आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं।

स्टॉक मार्केट स्कैम Image Credit: AI/canva

Stock market scam India: सूरत साइबर क्राइम सेल ने एक अंतरराष्ट्रीय साइबर फ्रॉड रैकेट का भंडाफोड़ किया है. इस गिरोह ने भारतीय नागरिकों से 1,400 करोड़ रुपये से अधिक की ठगी की है. यह गैंग फर्जी स्टॉक मार्केट निवेश योजनाओं के जरिए लोगों को अधिक रिटर्न का लालच देकर धोखा देता था. अब तक इस नेटवर्क के चार सदस्य गिरफ्तार किए जा चुके हैं, जबकि 23 राज्यों में 171 शिकायतें दर्ज हुई हैं.

कैसे काम करते थे ठग

भास्कर की रिपोर्ट के मुताबिक, इस गैंग ने IV ट्रेड (Innovative Trade) और Sky Growth Wealth Management जैसी फर्जी कंपनियां बनाईं, जो बिना किसी वैध लाइसेंस के निवेश से जुड़े काम कर रही थीं. लोगों को कम समय में अधिक रिटर्न का झांसा देकर उनसे पैसे ऑनलाइन बैंक खातों या अंगाड़िया चैनल के जरिए ट्रांसफर करवाए गए. जांच में खुलासा हुआ है कि केवल अंगाड़िया के जरिए ही 100 करोड़ रुपये का लेनदेन हुआ है.

MLM से फैलाया जाल

कुछ मामलों में गैंग ने मल्टी-लेवल मार्केटिंग (MLM) का इस्तेमाल कर और लोगों को फंसाया. मौजूदा पीड़ितों को कमीशन के लिए दूसरों को रेफर करने के लिए प्रोत्साहित किया गया, जिससे घोटाले का दायरा बढ़ता गया. कथित रूप से, इस पूरे ऑपरेशन को दुबई से दीपेन धनक और नवीनचंद्र ढालक जैसे मास्टरमाइंड्स संचालित कर रहे थे, जो नकली खातों और शेल कंपनियों के जरिए फंड्स को मैनेज करते थे.

गिरफ्तार आरोपियों की भूमिका

अब तक इस मामले में 4 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और उनकी भूमिकाएं भी अलग-अलग रही हैं.

  • अजय उर्फ गोपाल राजेशभाई रशिकभाई भिंडी (31, जामनगर): ये अंगाड़िया लेनदेन में शामिल था. उसे 4 दिन की रिमांड पर लिया गया है.
  • दानिश उर्फ हेमल नवीनचंद्र धनक (38, राजकोट): पूर्व ICICI बैंक कर्मचारी, जो राजकोट में ऑपरेशन को मैनेज करता था. वह हेरफेर के लिए अपने बैंकिंग ज्ञान का गलत इस्तेमाल करता था.
  • जयसुख रामजीभाई पटोलिया (44, सूरत): बैंक खातों को मैनेज करता था.
  • यशकुमार कालूभाई पटोलिया (25, सूरत): अंगाड़िया लेनदेन और फंड ट्रांसफर में सहायक था.

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40 से अधिक नए बैंक अकाउंट

एसीपी श्वेता डेनियल के अनुसार, NCCRP पोर्टल पर 171 शिकायतें दर्ज हुई हैं, जबकि 40 से अधिक नए बैंक खातों का भी पता चला है. पुलिस दुबई स्थित मास्टरमाइंड्स तक पहुंचने और घोटाले की पूरी श्रृंखला उजागर करने में जुटी है. साथ ही, जनता से ऐसी निवेश योजनाओं के प्रति सतर्क रहने की अपील की गई है.