अमरूद के पेड़ की जड़ में डाले सीवीड खाद, फलों से लद जाएगा बगीचा

19 April 2025

Bankatesh kumar

अमरूद उगाने वाले किसानों की हमेशा शिकायत रहती है कि उनके बाग में कीटों का प्रोकर रहता है. इससे पैदावार प्रभावित होती है.

पैदावार प्रभावित

लेकिन आज हम कीटों से छुटकारा पाने और पैदावार बढ़ाने के लिए नेचुरल तरीका के बारे में चर्चा करेंगे. इससे किसानों को काफी फायदा मिलेगा.

नेचुरल तरीका 

अगर किसान पैदावार बढ़ाना चाहते हैं, तो अमरूद के पौधों में नीम की खली और सीवीड का सही इस्तेमाल कर सकते हैं.

 नीम की खली

क्योंकि इससे कीटों का हमला काफी कम हो जाता है और फलों की संख्या व क्वालिटी दोनों में अच्छा सुधार दिखता है.

क्वालिटी

अगर नीम की खली और समुद्री शैवाल से बनी सीवीड खाद को मिलाकर अमरूद के पौधों की जड़ों में दिया जाए, तो पौधा ज्यादा मजबूत होता है.

ज्यादा मजबूत

साथ ही बीमारियों से लड़ने की ताकत बढ़ती है. इसके अलावा मिट्टी की ताकत यानी उर्वरता भी बनी रहती है.

उर्वरता

एक लीटर पानी में एक मुट्ठी नीम की खली और एक चम्मच सीवीड खाद मिलाकर घोल बना लें. इस घोल को 6 से 8 घंटे तक भिगोकर छोड़ दें.

सीवीड खाद

 फिर इसे महीने में तीन बार पौधे की जड़ों में डालें. ऐसा करने से पौधे पर अच्छा असर दिखेगा.यह मिश्रण कीटों को दूर रखने में असरदार होता है.

खाद्य पदार्थ

साथ ही पौधे में नई कलियां, फूल और फल भी ज़्यादा लगते हैं. जानकारों का कहना है कि सीवीड खाद में नाइट्रोजन, फास्फोरस और पोटेशियम जैसे जरूरी पोषक तत्व होते हैं, जो पौधे को तेजी से बढ़ने में मदद करते हैं.

पोषक तत्व