22 Feb 2025
Bankatesh kumar
28 Feb 2025
vivek singh
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गोल्ड कार्ड वीज़ा स्कीम शुरू करने की घोषणा की. इस योजना के तहत 50 लाख डॉलर (44 करोड़ रुपये) खर्च करने पर विदेशी नागरिकों को अमेरिकी नागरिकता मिल सकेगी. हालांकि, इस योजना पर अमीरों को विशेष लाभ देने का आरोप लगाया जा रहा है.
इस योजना का मकसद विदेशी निवेशकों को आकर्षित करना है. अमीर लोग निवेश करके नागरिकता हासिल कर सकते हैं. हालांकि, यह योजना मुख्य रूप से अमीर वर्ग के लिए फायदेमंद मानी जा रही है, जिससे आम लोगों के लिए नागरिकता पाना मुश्किल हो सकता है.
गोल्ड कार्ड वीजा कोई नई योजना नहीं है. दुनिया के कई देशों में पहले से ‘गोल्डन वीज़ा’ और ‘गोल्डन पासपोर्ट’ जैसी योजनाएं चल रही हैं. ब्रिटेन, स्पेन, ग्रीस, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, और इटली जैसे देशों में इस तरह की स्कीमें उपलब्ध हैं.
कैरेबियाई देशों में नागरिकता खरीदना अपेक्षाकृत सस्ता है. कम लागत में वहां के नागरिक बनने का मौका मिलता है. इस कारण से दुनिया भर के कई निवेशक और अमीर व्यक्ति इन देशों में नागरिकता हासिल करने में रुचि रखते हैं.
पुर्तगाल में 500,000 यूरो (4.5 करोड़ रुपये) के निवेश पर नागरिकता मिल सकती है. यह यूरोप में स्थायी निवास और व्यापार के अवसरों को आसान बनाता है. इसकी वजह से यह स्कीम विदेशी निवेशकों के बीच काफी लोकप्रिय रही है.
ग्रीस में नागरिकता प्राप्त करने के लिए केवल 250,000 यूरो (2.28 करोड़ रुपये) का निवेश जरूरी है. यह यूरोप में सबसे कम निवेश वाली नागरिकता योजनाओं में से एक है, जिससे विदेशी निवेशक आकर्षित हो रहे हैं.
ग्रेनाडा में सिर्फ 235,000 यूरो (2.14 करोड़ रुपये) के निवेश से नागरिकता मिल सकती है. यह देश अपने अनुकूल कर नियमों और अमेरिका के साथ विशेष व्यापार समझौतों के कारण विदेशी निवेशकों के लिए आकर्षक विकल्प है.
तुर्की में नागरिकता पाने के लिए 400,000 डॉलर (3.5 करोड़ रुपये) का निवेश आवश्यक है. यह योजना तुर्की की अर्थव्यवस्था को मज़बूती देती है और विदेशी निवेशकों को यूरोप और एशिया दोनों में व्यापार का अवसर प्रदान करती है.
कनाडा में 260,000 डॉलर (2.26 करोड़ रुपये) के निवेश पर स्थायी निवास का अवसर मिलता है. कनाडा की मजबूत अर्थव्यवस्था, उच्च जीवन स्तर और स्थिर सरकार इसे निवेशकों के लिए एक प्रमुख जगह बनाते हैं.