19 Dec 2024
Tejaswita Upadhyay
अपने पोर्टफोलियो की स्थिति की समीक्षा करें और यह जांचें कि यह आपके वित्तीय लक्ष्यों और वर्तमान परिस्थितियों के अनुकूल है या नहीं. जिन निवेशों ने उम्मीद के अनुसार प्रदर्शन नहीं किया है, उन्हें बेचने पर विचार करें.
संतुलित पोर्टफोलियो बनाना बेहद जरूरी है. सुनिश्चित करें कि आपके निवेश इक्विटी, डेट, गोल्ड, और अंतरराष्ट्रीय फंड्स जैसे विभिन्न एसेट क्लास में फैले हुए हैं. साथ ही, एक ही सेक्टर या स्टॉक में अधिक निवेश से बचें ताकि बाजार के उतार-चढ़ाव का प्रभाव कम हो.
अपने निवेश के टैक्स इंप्लीकेशन्स की जांच करें. अगर आप अपने लॉन्ग-टर्म कैपिटल गेन को सीमित कर सकते हैं या टैक्स-सेविंग इंस्ट्रूमेंट्स (जैसे PPF, ELSS) का उपयोग कर सकते हैं, तो इसका लाभ उठाएं. साल खत्म होने से पहले टैक्स सेविंग के लिए निवेश करना भविष्य की प्लानिंग को आसान बना सकता है.
इस साल के अपने सभी निवेशों पर हुए लाभ और नुकसान की समीक्षा करें. जो निवेश उम्मीदों पर खरे नहीं उतरे, उनके विकल्पों पर विचार करें. साथ ही, नुकसान वाले निवेशों से बाहर निकलने से टैक्स बचाने के लिए लॉस-हार्वेस्टिंग रणनीति का उपयोग करें.
अपने पोर्टफोलियो में ऐसे स्टॉक्स को शामिल करें जो नियमित डिविडेंड देते हों. यह एक स्थिर आय का जरिया बन सकता है. डिविडेंड-यील्ड को निवेश रणनीति का हिस्सा बनाएं खासकर अगर आपका फोकस रिटायरमेंट या पैसिव इनकम पर है.
सुनिश्चित करें कि आपके पास इमरजेंसी फंड के रूप में पर्याप्त लिक्विडिटी है. यह फंड 3-6 महीने के खर्चों को कवर करने के लिए पर्याप्त होना चाहिए. अगर आपका अधिकांश पैसा लॉक-इन निवेशों में है तो इसे संतुलित करने के लिए कुछ लिक्विड विकल्प जोड़ें.
अपने निवेश पर लगने वाले सभी फीस जैसे म्यूचुअल फंड एक्सपेंस रेशियो, ब्रोकरेज चार्जेस और अन्य शुल्कों का आकलन करें. ज्यादा फीस आपके रिटर्न को प्रभावित कर सकती है. ऐसे विकल्प चुनें जिनमें कम फीस हो और रिटर्न बेहतर हो.
साल खत्म होने से पहले अगले साल के लिए अपने वित्तीय लक्ष्य स्पष्ट करें. इनमें घर खरीदना, रिटायरमेंट प्लानिंग, बच्चों की शिक्षा, या यात्रा के खर्च शामिल हो सकते हैं. इन लक्ष्यों को ध्यान में रखते हुए अपने पोर्टफोलियो को तैयार करें और निवेश की प्राथमिकताओं को तय करें.