3 March 2025
Tejas Chaturvedi
यह जापानी शब्द "Heikin-Ashi" से लिया गया है, जिसका मतलब होता है "average pace". यह नॉर्मल कैंडलस्टिक चार्ट से अलग है क्योंकि यह बाजार की छोटी-मोटी हलचलों और शोर को छानकर एक साफ और स्पष्ट तस्वीर दिखाता करता है.
कहां से आया शब्द?
हीकिन-आशी कैंडल्स की गणना एक विशेष फॉर्मूला के जरिए की जाती है: हीकिन-आशी क्लोज = (ओपन + हाई + लो + क्लोज) ÷ 4
हरा (सफेद) कैंडल → अपट्रेंड यानी खरीदारी का दबाव अधिक है. लाल (काला) कैंडल → डाउनट्रेंड यानी बिकवाली का दबाव ज्यादा है. छोटी बॉडी और लंबी विक्स वाले कैंडल (डोजी, स्पिनिंग टॉप) → बाजार में अनिश्चितता या ट्रेंड बदलने के संकेत.
कम बाजार शोर – यह चार्ट छोटे-मोटे उतार-चढ़ाव को हटा देता है, जिससे बाजार की असली दिशा साफ दिखाई देती है.
इस चार्ट में ट्रेंड्स (बढ़त या गिरावट) ज्यादा स्पष्ट रूप से दिखते हैं, जिससे सही समय पर निर्णय लेना आसान हो जाता है.
स्टॉप-लॉस और एंट्री-एग्जिट पॉइंट तय करने में मदद करता है, जिससे जोखिम को कम किया जा सकता है.
इस कैंडल को उपयोग के लिए सबसे पहले किसी शेयर का चार्ट खोलते हैं फिर, कैंडल वाले आइकन को क्लिक करते हैं जहां कई तरह के कैंडल्स के ऑप्शन होते हैं वहां से हीकिन-आशी को सेलेक्ट करना होता है.
खासकर नए ट्रेडर्स के लिए यह तकनीक फायदेमंद है, क्योंकि इसे समझना आसान है.
हीकिन-आशी सिग्नल्स को अन्य तकनीकी इंडिकेटर(जैसे मूविंग एवरेज, RSI) के साथ मिलाकर देखा जाए तो और भी सटीक भविष्यवाणी की जा सकती है. डिसक्लेमर: Money9live किसी भी स्टॉक्स में निवेश की सलाह नहीं देता है.