07 March 2025
Satish Vishwakarma
भारतीय लोगों में सोने को लेकर एक अलग दीवानगी है. क्योंकि यह इन्वेस्टमेंट का एक ठोस साधन माना जाता है और इसी कारण भारत सोना खरीदने में सबसे आगे है.
भारत में सोने की वास्तविक कीमत पर टैक्स लगाया जाता है, जिससे इसकी कीमत बहुत अधिक हो जाती है. जबकि कई खाड़ी देशों में सोने पर कोई टैक्स नहीं लगता.
भारत में सोना क्यों है महंगा
कई देशों में सोने पर टैक्स नहीं लगाया जाता, जबकि भारत में इस पर कई तरह के टैक्स लागू होते हैं, जिससे इसकी कीमत बढ़ जाती है.
टैक्स
केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर और सीमा शुल्क बोर्ड (CBIC) ने सोना लाने पर चार्ज निर्धारित किया है. इसे चुकाकर कोई भी कितनी भी मात्रा में सोना ला सकता है.
कस्टम ड्यूटी
पासपोर्ट अधिनियम 1967 के अनुसार, भारतीय नागरिक (आभूषण, सिल्ली और सिक्के सहित) सभी प्रकार का सोना ला सकते हैं.
क्या कहता है भारतीय कानून?
BBC रिपोर्ट के मुताबिक, पुरुषों के लिए 20 ग्राम या 50,000 रुपये तक का सोना चार्ज फ्री होता है. वहीं महिलाओं के लिए यह 40 ग्राम या 1 लाख रुपये तक का सोना चार्ज फ्री होता है.
कौन कितना सोना ला सकता है?
अगर कोई पुरुष 20 से 50 ग्राम सोना किसी दूसरे देश से भारत लाता है, तो उसे 3 फीसदी शुल्क देना होता है. जबकि महिलाओं के लिए यह सीमा 40 से 100 ग्राम पर 3 फिसदी का शुल्क है.
20 ग्राम और 40 ग्राम से अधिक पर शुल्क
इसके अलावा अगर कोई पुरुष अपने देश 100 ग्राम से अधिक सोना लाता है, तो उसपर 10 फीसदी तक का चार्ज लगता है. वहीं महिलाओं के लिए 200 ग्राम से अधिक पर 10 फीसदी का चार्ज लगता है.
100 सोना लाने पर कितना लगता है चार्ज ?
भारत में सबसे ज़्यादा सोना संयुक्त अरब अमीरात (UAE) से आता है. इसके बाद म्यांमार दूसरे नंबर पर है. इसके अलावा, कुछ अफ्रीकी देशों से भी सोना लाया जाता है.
भारतीय सबसे ज्यादा सोना कहां से लाते हैं?