कौन है 14 साल का भारतीय जीनियस, जिसके AI ऐप के दीवाने ओबामा और बाइडेन

   11 April 2025

Satish Vishwakarma

क्या आपने कभी सोचा है कि कोई 14 साल का लड़का ऐसा AI ऐप बना सकता है जो दिल की बीमारियों का पता चंद सेकंड में लगा सकता है? जी हां! अमेरिका में रहने वाले भारतीय मूल के सिद्धार्थ नंद्याला ने यह कर दिखाया है.

कौन हैं सिद्धार्थ नंद्याला?

 सिद्धार्थ के इस शानदार खोज को पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा और जो बाइडेन ने भी सराहा है. सिद्धार्थ को इन दोनों नेताओं से बधाई पत्र भी दिया है. 

अमेरिकी राष्ट्रपति ने भी सराहा

सिद्धार्थ का जन्म भारत के हैदराबाद में हुआ और बचपन में ही वे अमेरिका शिफ्ट हो गए. उन्हें सात साल की उम्र में पहली बार STEM किट मिली, जिसने उनकी जिज्ञासा को और बढ़ा दिया.

बचपन से ही तकनीक में रुचि

इतनी कम उम्र में सिद्धार्थ ने न केवल अपनी अलग पहचान बनाई है, बल्कि दो कंपनियां भी शुरू कर दीं  इसमें, STEM IT और Circadian AI है.

दो कंपनियों के फाउंडर

STEM IT का मकसद है छात्रों को टेक्नोलॉजी की गहरी समझ देना, जबकि Circadian AI एक ऐसा ऐप है जो दिल की बीमारियों की पहचान में मदद करता है. 

क्या हैं दोनों के काम? 

यह AI-पावर्ड ऐप दिल की धड़कनों की आवाज सुनकर बीमारी का पता लगाता है.

Circadian AI?

मरीज को अपने स्मार्टफोन को छाती के बाईं ओर 5वें इंटरकोस्टल स्पेस  पर रखना होता है. 

कैसे पता चलता है? 

ऐप हार्टबीट रिकॉर्ड करता है और उसे AI मॉडल के जरिए एनालाइज करता है. जिसके कुछ सेकंड में मरीज की हार्ट हेल्थ रिपोर्ट स्क्रीन पर आ जाती है.

हार्टबीट के मुताबिक

सिद्धार्थ ने अपने इस ऐप का टेस्टिंग आंध्र प्रदेश के गुंटूर और विजयवाड़ा के सरकारी अस्पतालों में किया है. 

अस्पतालों में हुआ सफल परीक्षण