11 Feb 2025
satish vishwakarma
अपने घर में हम चूहों से काफी परेशान रहते हैं. वे हमारे जरूरी सामानों को कुतरकर खराब कर देते हैं. इनसे छुटकारा पाने के लिए हम आलू या फिर प्याज में रैट किल दवाई रखते हैं.
लेकिन क्या आपने सोचा है कि चूहे इन रैट किल दवाइयों को खाकर घर के बाहर ही क्यों मरते हैं? आइए इसकी वजह जानते हैं.
चूहों को मारने वाले जहर, यानी रोडेंटिसाइड, में अक्सर एंटीकोआगुलंट्स होते हैं, जो खून को जमने से रोकते हैं. इससे चूहों के शरीर में आंतरिक ब्लीडिंग होने लगती है. जहर खाने के बाद चूहे बाहरी वातावरण की तलाश करने लगते हैं.
चूहे स्वभाव से सतर्क जीव होते हैं. जहर खाने के बाद वे शिकारियों से बचने के लिए अकेले रहना पसंद करते हैं. इस वजह से वे अपने परिचित इलाके से दूर चले जाते हैं.
अधिकांश चूहा मारने वाले जहर का असर तुरंत नहीं होता. इसमें कई घंटे लग सकते हैं. इस दौरान चूहा जहर खाने वाली जगह से दूर चला जाता है और बाहर मरता है.
जहर खाने के बाद चूहों को प्यास लगती है. वे पानी की तलाश में घर से बाहर निकल जाते हैं और अक्सर बाहर ही मर जाते हैं.
चूहे बीमार या कमजोर होने पर अकेले रहना पसंद करते हैं. यह उनकी प्राकृतिक प्रवृत्ति है, जिसके कारण वे जहर खाने के बाद बाहर निकल जाते हैं.
चूहों का जहर खाने के बाद बाहर मरना उनके व्यवहार, जहर के प्रभाव और पर्यावरणीय कारकों का संयोग है. यही कारण है कि हम अक्सर चूहों को घर के बाहर मरा हुआ पाते हैं.