18 Apr 2025
Pradyumn Thakur
आंखों पर स्क्रीन और प्रदूषण के कारण जलन या धुंधलापन महसूस होना आम बात हो गई है. ऐसे में इन ट्रिक्स को अपनाकर आंखों को लंबे समय तक प्रोटेक्ट रख सकते हैं.
आंखों पर ज्यादा तनाव से बचने के लिए हर 20 मिनट में अपनी नजरें स्क्रीन से हटाकर 20 फीट दूर कम से कम 20 सेकंड तक देखें. यह नियम आंखों की मांसपेशियों को आराम देता है.
स्क्रीन देखने के दौरान हम सामान्य से कम पलकें झपकाते हैं. इससे आंखें सूखने लगती हैं. बार-बार पलकें झपकाने की आदत डालें. इससे आंखों में नमी बनी रहती है.
सूरज की हानिकारक UV किरणें आंखों को नुकसान पहुंचा सकती हैं. बाहर जाते समय 100 फीसदी UVA और UVB किरणों से बचाव करने वाला धूप का चश्मा पहनें. यह मोतियाबिंद और अन्य आंखों के खतरे को कम करता है.
स्क्रीन ब्राइटनेस को आस-पास की रोशनी के अनुसार रखें. नीली रोशनी को कम करने वाले मोड का उपयोग करें. फॉन्ट साइज बढ़ाएं और कॉन्ट्रास्ट अच्छा रखें. इससे पढ़ते समय आंखों पर जोर न पड़े.
बहुत कम या अधिक रोशनी में काम करने से आंखों पर दबाव बढ़ता है. हमेशा अच्छी रोशनी में काम करें. इससे स्क्रीन पर रिफ्लेक्शन या ग्लेयर न हो.
शरीर में पानी की कमी से आंखों में नमी की कमी हो सकती है. इससे जलन और सूखापन होता है. अच्छी मात्रा में पानी पिएं ताकि आंखें हाइड्रेटेड रहें. यह ड्राई आई की समस्या को रोकता है.
आंखों की सेहत के लिए विटामिन ए, ओमेगा-3 और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर आहार लें. पालक, गाजर, अंडे और मछली अपनी डाइट में ले. ये पोषक तत्व आंखों रोशनी को मजबूत बनाते हैं.
आंखें रगड़ना हानिकारक हो सकता है. इससे बैक्टीरिया आपके आंखों में जा कर सकते हैं. इससे कार्निया को नुकसान हो सकता है. इसकी जगह रूमाल या ठंडे पानी का इस्तेमाल कर सकते है.
स्क्रीन पर काम करते समय आपकी आंखों और गर्दन पर दबाव न पड़े. इसके लिए कंप्यूटर को आंखों के स्तर पर और एक हाथ की दूरी पर रखें.