24 Apr 2025
Satish Vishwakarma
क्या आपने कभी कल्पना की है कि पेड़ भी बोल सकें? वो जो सालों से खड़े हैं, धूप-बारिश सहते हैं, मौसम बदलते देखते हैं.
अगर वो हमें अपनी कहानी सुनाएं, तो कैसा लगेगा? जी हां दरअसल आयरलैंड के Trinity College Dublin में एक 200 साल पुराना पेड़ अब सच में इंसानों से बात करता है. जिसके बाद इसका नाम रखा गया है The Talking Tree यानी कि बोलता हुआ पेड़.
The Talking Tree
इस पेड़ में सेंसर और AI की मदद से पेड़ को आवाज दी गई है, जिसके बाद वह पेड़ अपनी भावनाएं और अनुभव इंसानों के साथ शेयर कर रहा है.
200 साल की खामोशी टूटी
पेड़ पर बेहद सूक्ष्म सेंसर लगाए गए हैं, जो मिट्टी की नमी, हवा की गुणवत्ता, सूरज की रोशनी और तापमान जैसी जानकारियां लगातार रिकॉर्ड करते हैं. इन सूचनाओं को एक छोटा सा कंप्यूटर, जिसमें AI मॉडल है, इंसानी भाषा में बदल देता है.
तकनीक ने दी जुबान
साथ ही पेड़ से कई तरह के सवाल भी पूछा जा सकता है. जैसे क्या तुम प्यासे हो? या गर्मी में कैसा लग रहा है? और पेड़ इंसानी आवाज में जवाब देता है.
अब पेड़ से बातचीत मुमकिन है
इस प्रोजेक्ट का मकसद सिर्फ मनोरंजन नहीं है. वैज्ञानिक मानते हैं कि इस तरह के पेड़, जिनकी बायोइलेक्ट्रिकल गतिविधियां मापी जा रही हैं, जंगल में आग लगने से पहले चेतावनी दे सकते हैं या किसी इलाके में पर्यावरणीय संकट की शुरुआती पहचान कर सकते हैं.
तकनीक से पर्यावरण रक्षा
आज जब दुनियाभर में AI के कारण बिजली की खपत और प्रदूषण बढ़ रहा है, ऐसे में ये पेड़ एक मिसाल है.
इको-फ्रेंडली AI
इस पूरी प्रक्रिया में कोई इंटरनेट या बड़े-बड़े सर्वर नहीं लगते. पेड़ के पास एक छोटा-सा डिवाइस है जो सब कुछ वहीं पर संभाल लेता है.
कोई इंटरनेट या बड़े-बड़े सर्वर नहीं