19 Apr 2025
Vinayak singh
आजकल बहुत से लोग वॉशरूम में स्मार्टफोन, टैबलेट लेकर जाते हैं और वहीं उन्हें देखने या पढ़ने में लग जाते हैं. लेकिन डॉक्टर्स की मानें तो अगर आप 10 मिनट से अधिक टॉयलेट सीट पर बैठते हैं, तो यह एक चेतावनी का संकेत हो सकता है.
10 मिनट से ज्यादा देर तक टॉयलेट सीट पर बैठने से पेल्विक क्षेत्र पर अधिक दबाव पड़ता है. इससे एनल मसल्स कमजोर हो सकती हैं, जिससे पेल्विक फ्लोर डिसफंक्शन जैसी समस्याएं पैदा हो सकती हैं.
बैठे-बैठे जब हम स्मार्टफोन या किसी भी अन्य सामग्री में उलझ जाते हैं, तो बिना ध्यान दिए मसल्स पर दबाव डालते रहते हैं. इससे बवासीर होने की आशंका बढ़ जाती है.
बवासीर को पाइल्स भी कहा जाता है. इसमें गुदा और आंत की नसें सूज जाती हैं, जिससे मल त्याग में कठिनाई होती है और कई बार मल के साथ रक्त भी आ सकता है.
लंबे समय तक टॉयलेट में बैठे रहना और बार-बार कब्ज की समस्या रहना, कोलोरेक्टल कैंसर के संभावित संकेत भी हो सकते हैं.
स्मार्टफोन, टैबलेट, अखबार या मैगजीन को वॉशरूम में ले जाने से बचें. इससे आप अनावश्यक रूप से समय बिताते हैं और आपकी एकाग्रता भटकती है.
टॉयलेट में ज्यादा समय बिताने की आदत से बचें. अगर मल नहीं हो रहा है, तो आप 10 मिनट की वॉक करें.यह मल त्याग में सहायक हो सकता है.
दिनभर में 4–5 लीटर पानी पिएं और अपने आहार में अधिक फाइबर युक्त भोजन शामिल करें. 1000 कैलोरी के भोजन के लिए करीब 14–16 ग्राम फाइबर की आवश्यकता होती है.