27 Apr 2025
Satish Vishwakarma
मनाली सिर्फ शॉल खरीदने और याक राइड करने के लिए नहीं है. यहां ब्यास नदी के किनारे वाली कैफे लाइफ और स्नो फाइट्स के अलावा भी बहुत कुछ है.
अगर आप वही घिसे-पिटे प्लान से बोर हो चुके हो, तो असली मनाली को खोजने का टाइम आ गया है. वो रास्ते जो गूगल मैप पर नहीं मिलते, वो गांव जहां जिंदगी धीरे-धीरे बहती है. बताते हैं ऐसी 6 जगहों के बारे में जहां असली एडवेंचर है.
एडवेंचर वाली जगह
पार्वती वैली में छुपा मलाणा गांव सदियों से बाहरी दुनिया से कटा रहा है. यहां आने का असली मजा ट्रेकिंग में है, जो घने जंगलों और चमकते पानी के झरनों से होकर गुजरती है.
मलाणा गांव
अगर तुम भीड़ से बचना चाहते हो, तो अटल टनल पार करके सिस्सु जरूर जाओ. यहां के खुले मैदान, नीले झील और ऊंचे झरने किसी स्विट्जरलैंड के पोस्टकार्ड जैसे लगते हैं.
सिस्सु
अगर तुम्हें एडवेंचर पसंद है तो प्रिणी से सेथन तक हम्पटा वैली में माउंटेन बाइकिंग ट्राय करिये. हालांकि यहां का रास्ता चुनौती भरा है क्यों कि कहीं ढलानें हैं, कहीं कच्चे-पथरीले ट्रैक और हर मोड़ पर जबरदस्त नजारे देखने को मिल सकती है.
हम्पटा वैली
नाग्गर मनाली का शांत और कलात्मक वर्जन है, लेकिन अगर असली लोकल लाइफ जीनी है तो रुमसू या जना जैसे गांवों में जाकर टेंट लगाओ. यहां की हवा ताजा है. साथ ही आसपास के पहाड़ी रास्तों पर चलते हुए पुराने मंदिर और खूबसूरत व्यू पॉइंट भी मिलेंगे.
नाग्गर
अगर आप सोच रहे है कि पैरा-ग्लाइडिंग सिर्फ सोलांग में ही होती है, तो सोचो फिर से. डोभी या बुरुआ से उड़ो और कुल्लू वैली के आसमान में खुली हवा का असली मजा लो. यहां ना तो लंबी कतारें हैं. यहां सबसे बढ़िया समय है अप्रैल से जून या फिर सितंबर से नवंबर के बीच.
कुल्लू
अधिकतर लोग हडिम्बा मंदिर तक जाते हैं और वहीं लौट आते हैं. लेकिन आप थोड़ा और आगे बढ़ोगे, तो देवदार के जंगलों के पार एक खूबसूरत घास का मैदान मिलेगा, जिसे ढूंगरी वन विहार कहते हैं.
हडिम्बा टेम्पर