18 May 2025
Satish Vishwakarma
दुनिया के कुछ फाइटर जेट्स ऐसे भी हैं, जो आसमान में अपना दबदबा बनाए हुए हैं. तकनीक, ताकत और समय की कसौटी पर खरे उतरने वाले ये फाइटर जेट्स न सिर्फ मशीनें हैं, बल्कि आधुनिक युद्ध कौशल का प्रतीक भी हैं. चलिए जानते हैं उन सात 'घातक नर्तकों' के बारे में.
F-22 रैप्टर को बोइंग और लॉकहीड मार्टिन ने मिलकर विकसित किया. यह दुनिया के सबसे उन्नत और घातक फाइटर जेट्स में गिना जाता है. इसकी खासियत है कि यह बेहद कम रडार प्रोफाइल और अत्याधुनिक हथियार प्रणाली.
F-22 रैप्टर
F-15 को मैकडॉनेल डगलस ने डिजाइन किया था. यह फाइटर जेट अब तक 100 से ज़्यादा हवाई लड़ाइयों में भाग ले चुका है और कभी हार नहीं हुई. F-15E स्ट्राइक ईगल जैसे अपग्रेड के चलते यह जेट अब भी युद्ध में पूरी तरह सक्षम है.
F-15 ईगल
2001 में सेवा में आया राफेल भारत, मिस्र और क़तर जैसे देशों की वायु सेनाओं की रीढ़ बन चुका है. यह एक मल्टीरोल फाइटर है, जो एक साथ 40 लक्ष्यों पर नज़र रख सकता है और चार को निशाना बना सकता है.
डसॉल्ट राफेल
यूके, जर्मनी, इटली और स्पेन की साझेदारी से बना यूरोफाइटर टाइफून एक तेज़, फुर्तीला और आधुनिक जेट है. यह F-15, राफेल और Su-27 से कहीं अधिक सक्षम माना जाता है.
यूरोफाइटर टाइफून
F-18 को 1980 के दशक में अमेरिकी नौसेना ने अपनाया. यह जेट 1986 की लीबिया बमबारी और खाड़ी युद्धों में अहम भूमिका निभा चुका है. इसके सुपर हॉर्नेट वर्जन ने इसे नई तकनीकों के साथ अपग्रेड किया है.
F-18 हॉर्नेट / सुपर हॉर्नेट
Su-27 के आधार पर बना यह जेट रूस का सबसे आधुनिक फाइटर है. वर्ष 2018 में सेवा में आया Su-35 जबरदस्त स्पीड, हथियारों की विविधता और उच्च गतिशीलता के साथ हवा में अपना वर्चस्व साबित कर चुका है.
सुखोई Su-35
जनरल डायनामिक्स द्वारा 1970 के दशक में बनाया गया F-16 आज भी 25 से अधिक देशों की वायु सेनाओं की रीढ़ है. कम कीमत, उच्च प्रदर्शन और लगातार अपग्रेड इस जेट को अब तक बनाए हुए हैं.
F-16