13 May 2025
VIVEK SINGH
कुछ लोग फर्जी आधार अपडेट और नामांकन केंद्र चला रहे हैं. ये केंद्र असली लगते हैं, लेकिन UIDAI से जुड़े नहीं होते. यहां दिए गए बायोमेट्रिक डेटा का इस्तेमाल ठगी के लिए होता है.
ठग बैंक अधिकारी या UIDAI बनकर OTP मांगते हैं. जैसे ही आप OTP बताते हैं, आपके आधार से लिंक बैंक अकाउंट से पैसे निकल जाते हैं. कोई भी संस्था कभी OTP नहीं मांगती.
ओटीपी शेयर करना सबसे बड़ी भूल
आधार की जानकारी लेकर ठग ऑनलाइन लोन ले लेते हैं. बाद में रिकवरी कॉल्स उस व्यक्ति को आती हैं, जिसे लोन के बारे में पता ही नहीं होता. अपने आधार को किसी अनजान साइट पर शेयर ना करें.
आधार से फर्जी लोन लेना
आधार कार्ड की स्कैन कॉपी से उसका क्लोन बनाया जाता है. फिर इसका इस्तेमाल फर्जी सिम, बैंक अकाउंट या ई-वॉलेट खोलने में किया जाता है. कॉपी पर “Only for KYC purpose” जरूर लिखें.
आधार क्लोनिंग का नया खेल
ठग आधार का इस्तेमाल कर फर्जी सिम कार्ड एक्टिवेट कर लेते हैं. इससे आपके OTP, बैंक और सोशल मीडिया डेटा तक पहुंच हो जाती है. इससे फ्रॉड और हैकिंग का खतरा बढ़ जाता है.
आधार से फर्जी सिम एक्टिवेशन
कई लोग अनजाने में सोशल मीडिया पर आधार शेयर कर देते हैं. इससे ठग आसानी से आपकी पहचान चुरा सकते हैं और आधार लिंक फ्रॉड कर सकते हैं. कभी भी आधार की फोटो ऑनलाइन ना डालें.
सोशल मीडिया पर आधार शेयर ना करें
कई फर्जी ऐप्स आधार की जानकारी लेकर उसे एक्सटर्नल सर्वर पर सेव कर लेते हैं. इससे आपकी पर्सनल डिटेल्स का गलत इस्तेमाल हो सकता है. UIDAI या सरकारी पोर्टल पर ही जानकारी दें.
मोबाइल ऐप से बचें जो आधार मांगें
UIDAI की वेबसाइट पर जाकर आप अपने आधार से जुड़ी एक्टिविटी को ट्रैक कर सकते हैं. इससे पता चलता है कि आधार कहां और कब उपयोग हुआ है. किसी भी अनजान लॉग को तुरंत रिपोर्ट करें.
आधार की एक्टिविटी चेक करते रहें