22 May 2025
VIVEK SINGH
बैंक लॉकर की सुविधा केवल उन्हीं ग्राहकों को दी जाती है जिनका सेविंग या करंट अकाउंट उस बैंक में है. आरबीआई के अनुसार बिना अकाउंट के लॉकर की सुविधा नहीं दी जा सकती.
लॉकर खोलने के लिए आधार कार्ड या पैन कार्ड के साथ एक वैध एड्रेस प्रूफ जरूरी होता है. ग्राहक को केवाईसी प्रक्रिया भी पूरी करनी होती है.
लॉकर लेने के लिए कौन से डॉक्यूमेंट चाहिए?
कुछ बैंक लॉकर देने से पहले एक सीमित राशि की FD करवाते हैं. यह रकम लॉकर के सालाना किराये के अधिकतम 3 गुना तक हो सकती है, इससे अधिक FD की मांग नहीं की जा सकती.
लॉकर के लिए FD जरूरी है?
लॉकर का आकार ग्राहक की जरूरत के अनुसार तय होता है. बैंक में सिंगल या मल्टी टायर्ड लॉकर होते हैं. लॉकर लेने से पहले एग्रीमेंट पर साइन करना जरूरी होता है.
लॉकर का साइज कैसे तय होता है?
बैंकों में लॉकर के चार्ज साइज और लोकेशन के हिसाब से तय होते हैं. उदाहरण के लिए SBI में 2,000 से 12,000 रुपये तक, जबकि HDFC में 3,000 से 20,000 रुपये तक चार्ज हो सकता है.
लॉकर के चार्ज कितने होते हैं?
जूलरी, कीमती दस्तावेज, स्टोन आदि रखे जा सकते हैं. पर कैश, विस्फोटक, ड्रग्स, रेडियोएक्टिव या अवैध वस्तुएं रखना मना है. सड़ने वाली चीजें भी नहीं रखी जा सकतीं.
लॉकर में क्या रख सकते हैं और क्या नहीं?
ग्राहक को लॉकर की एक यूनिक चाबी दी जाती है. वहीं, बैंक के पास उस लॉकर की मास्टर की होती है जो विशेष परिस्थिति में ही इस्तेमाल होती है.
लॉकर की चाबी और मास्टर की किसके पास? फीडबैक सुविधा
अगर बैंक की लापरवाही से लॉकर का सामान चोरी या खराब होता है, तो RBI गाइडलाइन के तहत बैंक जिम्मेदार होगा. बैंक को मुआवजा देना पड़ सकता है जो सालाना रेंट के 100 गुना तक हो सकता है.
सामान खोने पर कौन जिम्मेदार?