2025 का शेयर बाजार रिपोर्ट कार्ड, कहां मुनाफा, कहां सुस्ती

24 Dec 2025

VIVEK SINGH

  कराची सबसे आगे

कराची 100 इंडेक्स 2025 का सबसे बेहतरीन प्रदर्शन करने वाला बाजार रहा. करीब 43 फीसदी की तेजी के साथ इसने ग्लोबल मार्केट को चौंका दिया. घरेलू सुधार, पॉलिसी स्थिरता और विदेशी निवेश से बाजार को मजबूती मिली.

हैंग सेंग इंडेक्स ने 40 फीसदी और जापान के निक्केई ने 30 फीसदी की तेजी दर्ज की. टेक शेयरों में रिकवरी और सरकार की सपोर्टिव नीतियों ने एशियाई बाजारों को मजबूती दी और निवेशकों का भरोसा लौटा.

  हांगकांग और जापान की वापसी

नैस्डैक इंडेक्स 22 फीसदी चढ़ा, जहां टेक और एआई कंपनियों ने अहम भूमिका निभाई. फेडरल रिजर्व की पॉलिसी और मजबूत कमाई ने अमेरिकी बाजारों को सहारा दिया, हालांकि उतार चढ़ाव बना रहा.

  अमेरिका में टेक शेयरों का जलवा

जर्मनी का DAX और चीन का SSE दोनों करीब 19 फीसदी ऊपर रहे. ब्रिटेन का FTSE 100 भी 18 फीसदी चढ़ा. महंगाई में नरमी और आर्थिक स्थिरता ने यूरोपीय बाजारों को सपोर्ट दिया.

  यूरोप के बाजार स्थिर  

कनाडा का S&P इंडेक्स 33 फीसदी चढ़ा, जबकि अर्जेंटीना का Merval इंडेक्स 25 फीसदी ऊपर रहा. कमोडिटी कीमतों और स्थानीय आर्थिक सुधारों ने इन बाजारों को मजबूत बनाया.

  कनाडा और अर्जेंटीना ने किया सरप्राइज

भारत का निफ्टी 50 और फ्रांस का CAC इंडेक्स करीब 9.5 फीसदी की बढ़त के साथ मिडिल परफॉर्मर रहे. मजबूत घरेलू अर्थव्यवस्था के बावजूद ऊंची वैल्यूएशन और ग्लोबल अनिश्चितता ने तेजी को सीमित रखा.

  भारत और फ्रांस में सीमित तेजी

ASX 200 इंडेक्स ने करीब 10 फीसदी की तेजी दिखाई, जबकि S&P ऑस्ट्रेलिया इंडेक्स सिर्फ 6 फीसदी ऊपर रहा. कमोडिटी और बैंकिंग शेयरों में उतार चढ़ाव का असर साफ दिखा.

  ऑस्ट्रेलिया का मिला जुला प्रदर्शन

नीदरलैंड्स का बाजार सिर्फ 4 फीसदी की बढ़त दर्ज कर सका. कमजोर ग्लोबल डिमांड और यूरोपीय आर्थिक दबाव के चलते यह 2025 के सबसे कमजोर प्रदर्शन करने वाले बाजारों में शामिल रहा.

  नीदरलैंड्स रहा कमजोर बाजार