20 May 2025
Pratik Waghmare
हर रात हम सपने देखते हैं. अब भले ही सपने याद रहे या ना रहे. लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि जानवरों को भी सपने आते हैं या नहीं. इसका जवाब है. वो भी साइंटिफिक जवाब. और शायद आपने भी कभी नोटिस किया होगा... चलिए जानते हैं.
अगर आपने किसी जानवर को उसे नींद में चौंकते, चिल्लाते या अपने पैरों को हिलाते देखा होगा या किसी डॉग को सोते-सोते गुर्राते या बिल्ली को नींद में म्यांऊं करते सुना या देखा है तो समझें कि ये सपने देखने के ही लक्षण हैं.
कभी नोटिस किया...
हां. जानवर सपने देख सकते हैं. एक रिसर्च में ये साबित किया गया है. कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी के रिसर्च और कई अध्ययनों में इस बात की पुष्टि हुई है कि जानवर सोते समय सपने देखते हैं.
जानवर और सपने
जब कोई नींद लेता है तो उसका दिमाग उतने समय के लिए निष्क्रिय हो जाता है. 1950 में वैज्ञानिकों के नींद के टर्म REM की खोज की. इसे रैपिड आई मूवमेंट कहते हैं. यह नींद का वो वक्त होता है जब पलकों के पीछे हमारी आंखें तेज गति से घूमती हैं, हार्ट रेट बढ़ जाता है और सांसें तेज चलने लगती हैं.
साइंटिफिक जवाब
कई जानवरों में जटिल न्यूरॉन्स होते हैं, ये कोशिकाएं विद्युत संकेत उत्पन्न करके मस्तिष्क तक भेजती हैं. ये प्रक्रिया सोते समय भी जारी रहती है. कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी के रिसर्चर ने मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट के साथ किए गए अध्ययनों में निष्कर्ष निकाला कि जानवर भी REM नींद का अनुभव करते हैं.
तो जानवरों का क्या
दावा ये भी किया गया है कि जानवरों को डरावने सपने भी आ सकते हैं, वह अपने साथ हुई कोई ऐसी घटना सपने देख सकते हैं जो जागते समय उनके साथ हुई हो. रिसर्चर ने इसके लिए चूहों के दिमाग की गतिविधि को इलेक्ट्रोड की मदद से परखा.
डरावने सपने
ये कैसे पता चला कि जानवर ने क्या सपना देखा? ईईजी टेस्ट से ये जानने में आसानी हुई. इस टेस्ट को इलेक्ट्रोएन्सेफेलोग्राम कहते हैं इसका प्रयोग दिमाग में होने वाली विद्युतीय गतिविधि के लिए किया जाता है. इस टेस्ट से ही पता चलता है कि आखिर सोते या जागते समय किसी जानवर के दिमाग में क्या चल रहा है.
दिमाग में क्या...