22 Dec 2025
VIVEK SINGH
जब भी आप कोई सामान खरीदते हैं तो बिल में GST जरूर जोड़ा जाता है. लेकिन हर बार यह पैसा सरकार तक पहुंचे यह जरूरी नहीं. इसलिए ग्राहक के तौर पर आपको सतर्क रहना चाहिए और GST नंबर की सही जांच करनी चाहिए.
कई दुकानदार GST के नाम पर अतिरिक्त पैसे ले लेते हैं लेकिन गलत या फर्जी GST नंबर लिखते हैं. ऐसे में टैक्स सरकार को नहीं जाता और ग्राहक को पता भी नहीं चलता कि उसके साथ धोखा हुआ है.
GST नंबर वेरिफाई करने से यह पता चलता है कि दुकानदार रजिस्टर्ड है या नहीं. सही GST नंबर होने पर ही आपका दिया हुआ टैक्स सरकारी रिकॉर्ड में दर्ज होता है और आप ठगी से बच सकते हैं.
अगर आपने बिजनेस के लिए खरीदारी की है और गलत GST नंबर वाले बिल पर पेमेंट किया है तो आप इनपुट टैक्स क्रेडिट क्लेम नहीं कर पाएंगे. इससे सीधा आर्थिक नुकसान उठाना पड़ सकता है.
आप GST के आधिकारिक पोर्टल पर जाकर आसानी से GST नंबर चेक कर सकते हैं. सर्च टैक्सपेयर विकल्प में जाकर GSTIN या UIN डालकर दुकानदार की पूरी जानकारी देखी जा सकती है.
एक सही GST नंबर 15 अंकों का होता है. पहले दो अंक राज्य कोड होते हैं. अगले दस अंक पैन नंबर होते हैं. इससे आप फर्जी और गलत GST नंबर की पहचान कर सकते हैं.
GST नंबर का चौदहवां अंक हमेशा Z होता है. जबकि तेरहवां अंक रजिस्ट्रेशन नंबर दर्शाता है. अगर यह फॉर्मेट सही नहीं है तो GST नंबर संदिग्ध हो सकता है.
अगर आपको GST से जुड़ी धोखाधड़ी का शक हो तो तुरंत शिकायत करें. आप सीबीआईसी मित्र हेल्पडेस्क या संबंधित विभाग से संपर्क कर सकते हैं. समय पर शिकायत करने से नुकसान से बचाव संभव है.