15 May 2025
Tejaswita Upadhyay
आजकल कई फर्जी लोन ऐप्स इंटरनेट पर धड़ल्ले से सक्रिय हैं, जो बेहद आसान शर्तों पर लोन देने का झांसा देते हैं. लेकिन हकीकत में ये ऐप्स आपकी निजी जानकारी चुरा लेते हैं या मानसिक प्रताड़ना देकर वसूली करते हैं. इसलिए किसी भी लोन ऐप को डाउनलोड करने से पहले सतर्क रहना जरूरी है.
फर्जी ऐप्स अक्सर खुद को किसी मान्यता प्राप्त संस्था का हिस्सा बताते हैं. किसी भी लोन ऐप का इस्तेमाल करने से पहले उसके रजिस्ट्रेशन की पुष्टि RBI की वेबसाइट या NBFC लिस्ट से करें. बिना रजिस्ट्रेशन वाले ऐप से तुरंत दूरी बनाएं.
RBI या NBFC से रजिस्ट्रेशन
गूगल प्ले स्टोर पर ऐप की रेटिंग, रिव्यू और डाउनलोड की संख्या फर्जी ऐप की पहचान में मदद कर सकती है. अगर ऐप के रिव्यू में लगातार धोखाधड़ी की शिकायतें हों या रेटिंग बहुत कम हो, तो सावधान हो जाएं.
प्ले स्टोर पर रेटिंग और रिव्यू जांचें
अगर कोई लोन ऐप कॉन्टैक्ट, कैमरा, लोकेशन, गैलरी जैसी अनावश्यक जानकारी तक पहुंच की मांग कर रहा है, तो यह साफ संकेत है कि ऐप का मकसद सिर्फ डेटा चोरी है, न कि लोन देना.
अधिकार से ज्यादा परमिशन मांगना
फर्जी ऐप्स अक्सर फेक वेबसाइट्स या नकली सोशल मीडिया प्रोफाइल से जुड़े होते हैं. उनकी वेबसाइट पर सिक्योरिटी सर्टिफिकेट (https://) की कमी हो सकती है और सोशल मीडिया प्रोफाइल पर जानकारी अधूरी या हाल में बनी होती है.
संदिग्ध वेबसाइट या सोशल मीडिया लिंक
फर्जी लोन ऐप्स बेहद कम समय में भारी ब्याज दर और मनमानी शर्तों के साथ लोन देते हैं. अगर कोई ऐप 7 दिन में 30-40% ब्याज वसूलने की बात करे, तो वह घातक हो सकता है.
अनुचित ब्याज दर और repayment शर्तें
सच्ची कंपनियों की कस्टमर सर्विस स्पष्ट होती है, लेकिन फेक ऐप्स में या तो कोई हेल्पलाइन नंबर नहीं होता या फिर दिया गया नंबर/ईमेल हमेशा बंद रहता है. इससे पता चलता है कि शिकायत करने का कोई असली जरिया नहीं है.
ग्राहक सेवा की अनुपस्थिति
फर्जी ऐप्स यूजर के फोन से डेटा लेकर बाद में उन्हें मॉर्फ की गई तस्वीरों से ब्लैकमेल करते हैं. अगर किसी ऐप के रिव्यू में ऐसी बातें सामने आएं, तो तुरंत उसे अनइंस्टॉल करें और साइबर क्राइम में शिकायत दर्ज कराएं.
फोटो मॉर्फिंग की धमकी