28 Apr 2025
Soma Roy
किडनी शरीर का एक महत्वपूर्ण अंग है, जो खून को फिल्टर करके अपशिष्ट पदार्थों को बाहर निकालता है. लेकिन कई बार किडनी की कार्यक्षमता कम होने लगती है, जिसे किडनी फेल्योर कहते हैं. अगर शरीर में कुछ लक्षण दिखने लगे तो समझ जाएं किडनी खराब होने वाली है.
किडनी फेल होने का सबसे पहला लक्षण है पेशाब की मात्रा या रंग में बदलाव. अगर किसी को बार-बार पेशाब जाना, इसमें झाग, खून, या गहरे रंग की समस्या दिखे तो यह किडनी की फिल्टरिंग में गड़बड़ी का संकेत है.
अगर आप बिना वजह थकान या कमजोरी महसूस करते हैं तो किडनी ठीक से काम न करने का संकेत है. यह खून में टॉक्सिन जमा होने के कारण होता है.
किडनी के खराब होने पर शरीर में अतिरिक्त तरल पदार्थ जमा होने लगता है, जिससे पैरों, टखनों, हाथों या चेहरे पर सूजन आ सकती है. इसे एडिमा कहते हैं.
किडनी फेल होने पर फेफड़ों में तरल पदार्थ जमा हो सकता है, जिससे सांस लेने में दिक्कत होती है. यह किडनी की कार्यक्षमता कम होने का गंभीर संकेत है.
किडनी के खराब होने पर खून में फॉस्फोरस और यूरिया जैसे अपशिष्ट पदार्थ जमा हो जाते हैं, जिससे त्वचा में खुजली या रैशेज की समस्या हो सकती है.
किडनी की समस्या होने पर पाचन तंत्र प्रभावित होता है, जिससे भूख कम लगती है. साथ ही मुंह में धातु जैसा स्वाद या उल्टी जैसा महसूस हो सकती है.