09 May 2025
VIVEK SINGH
ITR फॉर्म आपकी इनकम के सोर्स पर निर्भर करता है. गलत फॉर्म भरने पर रिटर्न रिजेक्ट हो सकता है और दोबारा भरने की जरूरत पड़ती है. इसलिए सही फॉर्म चुनें.
यह फॉर्म आपके ऊपर कटे TDS की जानकारी देता है. Form 26AS और 16/16A से इनकम मिलान करें ताकि टैक्स कैलकुलेशन में गलती न हो.
Form 26AS को जरूर चेक करें
सिर्फ सैलरी नहीं, सेविंग्स अकाउंट का इंटरेस्ट और रेंट इनकम भी ITR में दिखाएं. किसी इनकम को छिपाना भारी पड़ सकता है.
पूरी इनकम की जानकारी दें
आपके नाम पर जितने भी बैंक अकाउंट हैं, सभी की जानकारी देना जरूरी है. एक भी अकाउंट छूटने पर रिटर्न रिजेक्ट हो सकता है.
सभी बैंक अकाउंट की डिटेल दें
अपनी आय के अनुसार पुराना या नया टैक्स रिजीम चुनें और उसी आधार पर रिटर्न फाइल करें. गलत स्लैब से टैक्स और रिफंड में गड़बड़ी हो सकती है.
सही टैक्स स्लैब का चयन करें
नाम, मोबाइल, PAN, आधार और ईमेल सभी जानकारी एक जैसी होनी चाहिए. गलत जानकारी से रिफंड या वेरिफिकेशन में दिक्कत आ सकती है.
व्यक्तिगत जानकारी सही भरें
31 जुलाई का इंतजार करने की गलती न करें. पहले फाइल करेंगे तो गलती सुधारने का वक्त मिलेगा और रिफंड में भी देरी नहीं होगी.
आखिरी तारीख का इंतजार न करें
फॉर्म भरने से पहले सभी डॉक्यूमेंट—फॉर्म 16, इनकम प्रूफ, टैक्स रसीद—वेरिफाई करें. गलत डॉक्यूमेंट या आंकड़े से ITR रिजेक्ट हो सकता है.
डॉक्यूमेंट वेरिफाई करें