29 May 2025
VIVEK SINGH
मेडिक्लेम सिर्फ हॉस्पिटल में भर्ती होने की स्थिति में कवरेज देता है, जबकि हेल्थ इंश्योरेंस में इलाज से पहले और बाद के खर्च भी कवर होते हैं.
मेडिक्लेम की सीमा आमतौर पर 5 लाख रुपये तक होती है. हेल्थ इंश्योरेंस में आप अपनी जरूरत के हिसाब से कवरेज को बढ़ा सकते हैं.
कवरेज लिमिट में क्या है अंतर?
मेडिक्लेम का लाभ तभी मिलेगा जब मरीज कम से कम 24 घंटे हॉस्पिटल में भर्ती हो. हेल्थ इंश्योरेंस में यह शर्त जरूरी नहीं होती.
क्या एडमिशन जरूरी है?
हेल्थ इंश्योरेंस में एंबुलेंस खर्च, डायग्नोसिस और डॉक्टर की फीस शामिल होती है, जबकि मेडिक्लेम इनमें से कुछ भी कवर नहीं करता.
एंबुलेंस और डायग्नोसिस खर्च कौन कवर करता है?
मेडिक्लेम में एक साल में कई बार क्लेम किया जा सकता है, लेकिन तय राशि खत्म होते ही कवरेज बंद हो जाता है. हेल्थ इंश्योरेंस सालाना क्लेम के साथ रिन्यूअल की सुविधा देता है.
कितने क्लेम किए जा सकते हैं?
प्लास्टिक सर्जरी, IVF, जेनेटिक डिसऑर्डर, यौन रोग और पहले 30 दिन में हुई बीमारियां मेडिक्लेम में शामिल नहीं होतीं.
किन बीमारियों में नहीं मिलता मेडिक्लेम?
इलाज के बढ़ते खर्च को देखते हुए हेल्थ इंश्योरेंस फाइनेंशियल सिक्योरिटी देता है. यह अब लक्जरी नहीं, बल्कि जरूरत बन चुका है.
बढ़ती महंगाई में हेल्थ इंश्योरेंस क्यों जरूरी?
एम्प्लॉयी के लिए हेल्थ इंश्योरेंस ज्यादा फायदेमंद है क्योंकि यह व्यापक कवरेज देता है, जिसमें इलाज से जुड़ी सभी जरूरतें शामिल होती हैं.
कर्मचारियों के लिए कौन है बेहतर ऑप्शन?