29 Dec 2025
VIVEK SINGH
अगर आपके पास EMI भरने के कॉल या मैसेज आ रहे हैं और आपने कोई लोन नहीं लिया है, तो यह फ्रॉड का संकेत हो सकता है. जालसाज पैन नंबर का गलत इस्तेमाल कर आपके नाम पर लोन ले सकते हैं.
सिर्फ पैन नंबर या उसकी फोटो से डिजिटल लोन एप्स पर फर्जी प्रोफाइल बनाई जा सकती है. इसे सिंथेटिक आइडेंटिटी कहा जाता है. इसी पहचान के सहारे फ्रॉड बिना आपकी जानकारी के लोन निकाल लेते हैं.
अपने पैन से जुड़े लोन जानने के लिए क्रेडिट रिपोर्ट चेक करना जरूरी है. सिबिल या इक्विफैक्स जैसी वेबसाइट पर साल में एक बार फ्री रिपोर्ट मिलती है, जिससे सभी एक्टिव लोन की जानकारी मिलती है.
क्रेडिट रिपोर्ट के अकाउंट सेक्शन में सभी लोन और क्रेडिट कार्ड की लिस्ट होती है. अगर इसमें किसी अनजान बैंक या फाइनेंस कंपनी का नाम दिखे, तो यह फर्जी लोन का साफ संकेत है.
वनस्कोर, पेटीएम और क्रेड जैसे एप्स पैन से जुड़े क्रेडिट अकाउंट्स पर नजर रखते हैं. नया लोन जुड़ते ही नोटिफिकेशन मिल जाता है, जिससे आप समय रहते एक्शन ले सकते हैं.
डिजिलॉकर के जरिए आप अपना सीकेवाईसी रिकॉर्ड देख सकते हैं. इसमें पैन से जुड़ी लेटेस्ट केवाईसी और फाइनेंशियल डिटेल मिलती है. इससे यह पता चलता है कि आपके नाम पर कोई अनजान लोन तो नहीं है.
अगर फर्जी लोन का पता चले तो संबंधित बैंक, एनबीएफसी और पुलिस में शिकायत दर्ज कराएं. साथ ही क्रेडिट ब्यूरो को भी जानकारी दें ताकि आगे कोई नुकसान न हो और रिकॉर्ड सही किया जा सके.
किसी अनजान व्यक्ति या एप के साथ पैन नंबर साझा न करें. बैंकिंग एसएमएस और ईमेल अलर्ट हमेशा ऑन रखें. क्रेडिट स्कोर में अचानक गिरावट को हल्के में न लें, क्योंकि सतर्कता ही सबसे बड़ा बचाव है.