07 May 2025
SATISH VISHWKARMA
पाकिस्तान के बहावलपुर में छिपा एक ऐसा ठिकाना, जो बाहर से मस्जिद और मदरसे का रूप लिए था, लेकिन अंदर से आतंक की फैक्ट्री था. यह था कुख्यात आतंकी मसूद अजहर का गढ़, जहां से भारत के खिलाफ साजिशें रची जाती थीं.
भारत के ऑपरेशन सिंदूर ने इस ठिकाने को मिट्टी में मिला दिया है. ऐसे में आइए जानते हैं मसूद अजहर का घर हमले से पहले कैसे दिखता था.
भारत का ऑपरेशन सिंदूर
पाकिस्तान और पीओके में मौजूद आतंकी ठिकानों पर भारत के एयरस्ट्राइक में अभी तक 100 से ज्यादा आतंकियों के मारे गए हैं।
आतंकी ठिकानों पर भारत का हमला
भारत के एयरस्ट्राइक में आतंकी मसूद अजहर के परिवार के 10 सदस्य और चार करीबी लोग मारे गए हैं.
जैश सरगना के करीबियों का खात्मा
इन लोगों की मौत भारत की ओर से पाकिस्तान के बहावलपुर में सुभान अल्लाह मस्जिद पर किए गए हमले में हुई.
सुभान अल्लाह मस्जिद पर हमला
मसूद अजहर को 1999 में एअर इंडिया के विमान आईसी-814 के अपहृत यात्रियों की रिहाई के बदले में जेल से छोड़ा गया था. उसके बाद से बहावलपुर जैश का अड्डा बना हुआ था.
जैश का गढ़ बना बहावलपुर
मसूद अजहर एक कुख्यात आतंकी है, जिसने आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद (JeM) की स्थापना की थी. उसका जन्म पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के बहावलपुर में 10 जुलाई 1968 को हुआ था.
जैश-ए-मोहम्मद की स्थापना
मसूद को साल 1994 में जम्मू-कश्मीर में भारतीय सुरक्षा बलों ने गिरफ्तार किया था. लेकिन इसी साल इंडियन एयरलाइंस की उड़ान IC-814 को हाईजैक कर लिया गया.
गिरफ्तारी और रिहाई की कहानी