02 Nov 2025
Pradyumn Thakur
वॉरेन बफेट हर क्रिसमस पर अपने परिवार को नकद नहीं बल्कि कंपनी के शेयर गिफ्ट करते हैं. उनका मानना है कि शेयर भविष्य में बढ़ते हैं और लंबे समय में ज्यादा फायदा देते हैं. इस वजह से उन्होंने कैश देना बंद किया और शेयर को परिवार के लिए बेहतर तोहफा माना.
बफेट शुरू में परिवार के हर सदस्य को क्रिसमस पर 10,000 डॉलर देते थे. लेकिन उन्हें पता चला कि परिवार इस पैसे को जल्दी-जल्दी खर्च कर देता है. उन्हें लगा कि यह पैसा बच नहीं पा रहा था और इससे कोई लंबा फायदा नहीं हो रहा था.
परिवार द्वारा पैसा फालतू चीजों पर खर्च करने की बात जानकर बफेट ने अपना गिफ्ट तरीका बदल दिया. उन्हें लगा कि ऐसा गिफ्ट देना चाहिए जो परिवार के भविष्य को मजबूत करे और धीरे-धीरे उनकी संपत्ति बढ़ाए.
एक साल बफेट ने कैश की जगह एक लिफाफे में चिट्ठी और 10,000 डॉलर के कोका-कोला शेयर दिए. उन्होंने कहा कि चाहें तो शेयर बेच दो या चाहें तो इसे लंबे समय के लिए रखो. यह परिवार के लिए एक नया और उपयोगी तोहफा था.
बेटे पीटर की पत्नी मेरी बफेट ने बताया कि उन्होंने शेयर नहीं बेचे. उन्हें लगा कि यह कैश से ज्यादा मूल्यवान है. समय के साथ शेयर की कीमत बढ़ती गई, जिससे उनका पैसा भी बढ़ गया.
इस नए तरीके के बाद वॉरेन बफेट कई वर्षों तक क्रिसमस पर परिवार को अलग-अलग कंपनियों के शेयर देते रहे. इसमें वेल्स फार्गो जैसे बड़े स्टॉक भी शामिल थे, जिन्हें उन्होंने खुद चुना था.
मेरी बफेट ने बताया कि वेल्स फार्गो के शेयर में भी अच्छी बढ़त हुई. उन्होंने खुद भी इस स्टॉक को ज्यादा खरीदा. शेयर की कीमत वर्षों में कई गुना बढ़ी और यह बहुत फायदेमंद रहा.
बफेट का मानना है कि किसी को कैश देने से वह खर्च हो जाता है, लेकिन शेयर या निवेश देने से वह बढ़ता रहता है. इसलिए त्योहारों पर स्टॉक गिफ्ट करना एक समझदार और भविष्य-सुरक्षित ऑप्शन हो सकता है.
मेरी ने बताया कि वे बफेट को महंगी चीजें नहीं देतीं, क्योंकि उनके पास सब कुछ है. पहली बार उन्होंने अपनी कंपनी की वित्तीय रिपोर्ट बनाकर उन्हें दी, ताकि दिखा सकें कि परिवार खुद सफल है. यही बफेट के लिए सबसे अच्छा तोहफा था.