1 June 2025
Satish Vishwakarma
जैसे ही गर्मियों की चिलचिलाती धूप बढ़ती है, लोग राहत पाने के लिए ठंडी और शांत जगहों की तलाश करने लगते हैं. ऐसे में हिल स्टेशन सबसे बढ़िया आप्शन बन जाते हैं. आइए जानते हैं मैसूर के पास कौन-कौन से बेहतरीन हिल स्टेशन हैं जो गर्मियों की छुट्टियों को बना देंगे यादगार.
ऊटी को "हिल स्टेशनों की रानी" कहा जाता है. मैसूर से करीब 130 किलोमीटर दूर, नीलगिरी की पहाड़ियों में बसा यह शहर हर मौसम में ठंडा और खुशनुमा रहता है.
ऊटी
ऊटी के पास ही बसा कूनूर, शांति पसंद करने वालों के लिए एकदम परफेक्ट जगह है. यह भी नीलगिरी की पहाड़ियों में बसा है और मैसूर से लगभग 145 किलोमीटर दूर है.
कूनुर
मैसूर से लगभग 160 किलोमीटर दूर, कर्नाटक का यह ऐतिहासिक हिल स्टेशन कभी टीपू सुल्तान की गर्मियों की रिहायश हुआ करता था. यहां से सूर्योदय का नजारा देखने लायक होता है. साथ ही, भोग नंदीश्वर मंदिर, ट्रैकिंग ट्रेल और पैराग्लाइडिंग जैसे साहसिक खेल भी लोगों को खूब भाते हैं.
नंदी हिल्स
ऊटी और कूनूर की भीड़ से हटकर, कोटागिरी एक शांत हिल स्टेशन है जो मैसूर से 150 किलोमीटर दूर है. यह नीलगिरी क्षेत्र का सबसे पुराना हिल स्टेशन माना जाता है. यहां की खूबसूरत वादियां, कैथरीन फॉल्स, एल्क फॉल्स और रंगास्वामी पीक बेहद सुकूनदायक अनुभव देती हैं.
कोटागिरी
केरल में स्थित वायनाड, मैसूर से 180 किलोमीटर दूर एक खूबसूरत पर्वतीय इलाका है. यहां की ऊंचाई (700 से 2100 मीटर) इसे ठंडा और हरियाली से भरपूर बनाती है.
वायनाड
मैसूर से लगभग 190 किलोमीटर दूर, चिकमंगलूर coffee lovers के लिए जन्नत है. यहां के कॉफी बागान, झरने और ट्रैकिंग स्पॉट जैसे मुल्लायनगिरि, हेब्बे फॉल्स और बाबा बुदनगिरी बहुत फेमस हैं.
चिकमंगलूर
कूर्ग, जिसे मदिकेरी भी कहते हैं, मैसूर से करीब 160 किलोमीटर दूर है. यह जगह अपनी कॉफी और मसालों की खेती, सांस्कृतिक विरासत और प्राकृतिक सुंदरता के लिए मशहूर है.
मदिकेरी (कूर्ग)