5 July 2025
Satish Vishwakarma
जब हम सोचते हैं कि किस देश के पास सबसे ज्यादा टाइम जोन होंगे, तो अमेरिका या रूस का नाम सबसे पहले आता है. लेकिन सच्चाई इससे कुछ अलग है. टाइम जोन सिर्फ जमीन के आकार से नहीं, बल्कि उस देश के दूर-दराज इलाकों पर भी निर्भर करते हैं.
यूरोप में छोटा दिखने वाला फ्रांस दुनिया के कई हिस्सों में फैला है. उसके पास पेसिफिक, अटलांटिक, इंडियन ओशन और साउथ अमेरिका में द्वीप हैं. इसी वजह से उसके पास 12 टाइम जोन हैं.
फ्रांस
अमेरिका की जमीन और उसके समुद्री द्वीप मिलाकर कुल 11 टाइम जोन बनते हैं. इसमें हवाई, अलास्का से लेकर कैरेबियन के द्वीप शामिल हैं.
अमेरिका
दुनिया का सबसे बड़ा देश, जो यूरोप से लेकर एशिया के छोर तक फैला है. यहां UTC+2 से लेकर UTC+12 तक टाइम जोन मौजूद हैं.
रूस
ऑस्ट्रेलिया के अंदर ही टाइम ज़ोन का जाल है, लेकिन इसके अलावा कुछ खास द्वीप जैसे क्रिसमस और कोकोस आइलैंड्स भी इसमें शामिल हैं, जिससे संख्या 9 हो जाती है.
ऑस्ट्रेलिया
ब्रिटेन का मुख्य भूभाग UTC+0 पर है, लेकिन उसके पुराने उपनिवेश और द्वीप जैसे पिटकैर्न आइलैंड और चागोस द्वीप उसे 9 टाइम जोन तक ले जाते हैं.
यूनाइटेड किंगडम
कनाडा बहुत बड़ा देश है. इसके अलग-अलग हिस्सों में 6 अलग-अलग स्टैंडर्ड टाइम जोन हैं, जो पूर्व से पश्चिम तक फैले हैं.
कनाडा
डेनमार्क भले ही छोटा देश है, लेकिन उसके पास फरो आइलैंड्स और ग्रीनलैंड जैसे दूर-दराज क्षेत्र हैं, जिससे उसके पास 5 टाइम जोन हो जाते हैं.
डेनमार्क