29 May 2025
Soma Roy
मानसून आते ही दिल्ली-एनसीआर समेत देश की तमाम सड़कें तालाब बन जाती हैं. जरा-सी बारिश में कारें पानी में डूबने लगती हैं. ऐसे में अगर क्लेम लेने की सोच रहे हैं तो कुछ गलतियां करने से बचें, नहीं तो बीमा क्लेम खारिज हो सकता है.
बारिश में सड़कों पर पानी भरने से कारें अक्सर खराब हो जाती हैं. कम्प्रहेंसिव मोटर इंश्योरेंस में बाढ़ का कवरेज मिलता है, लेकिन एक छोटी सी गलती आपका क्लेम रिजेक्ट करवा सकती है.
किस बीमा में मिलता है क्लेम?
पानी में डूबी कार को स्टार्ट करने की भूल न करें. अगर इंजन में पानी पहुंचा और वह बंद हो गया, तो इंश्योरेंस कंपनी इसे आपकी गलती मानकर क्लेम रिजेक्ट कर सकती है.
न करें कार स्टार्ट
कार के पानी में डूबने की स्थिति में सबसे पहले फोटो और वीडियो लें. ये सबूत इंश्योरेंस क्लेम के लिए बहुत जरूरी हैं. ये नुकसान प्राकृतिक आपदा के कारण हुआ, न कि आपकी लापरवाही से, ये इस बात के सबूत होंगे.
सबूत इकट्ठा करें
पानी में कार डूबने के बाद बिना देर किए अपनी इंश्योरेंस कंपनी को सूचना दें. समय पर जानकारी देने से क्लेम प्रक्रिया आसान हो जाती है.
तुरंत इंश्योरेंस कंपनी को दें सूचना
पानी में डूबी कार को निकालने के लिए उसे टो करें या धक्का देकर सुरक्षित स्थान पर ले जाएं. स्टार्ट करने की कोशिश न करें, वरना इंजन डैमेज का खतरा बढ़ेगा.
कार को टो करें, धक्का दें
कार को टो करके या धक्का देकर नजदीकी सर्विस सेंटर ले जाएं. वहां प्रोफेशनल मैकेनिक कार की स्थिति का आकलन करेंगे, जो क्लेम प्रक्रिया में मदद करेगा.
सर्विस सेंटर तक पहुंचाएं
इंश्योरेंस कंपनियां अक्सर पानी से हुए नुकसान को "कंसीक्वेंशियल डैमेज" बताकर क्लेम रिजेक्ट करती हैं. सही प्रक्रिया अपनाकर और सबूत जुटाकर इस जोखिम को कम करें.
कंसीक्वेंशियल डैमेज से बचें