30 June 2025
Vinayak Singh
क्या आप जानते हैं कि दुनिया में कुछ ऐसे शहर भी हैं जो हजारों साल पहले बसे थे और आज भी वहां लोग रहते हैं? इन शहरों ने न केवल युद्ध, प्राकृतिक आपदाएं और बदलावों को सहा है, बल्कि आज भी जीवंत बने हुए हैं.
सदियों से उबटन में इस्तेमाल की जाने वाली हल्दी पिगमेंटेशन को कम करती है, मुंहासों से राहत देती है और त्वचा को प्राकृतिक चमक प्रदान करती है. बेहतर परिणाम के लिए इसे दही या दूध के साथ मिलाकर लगाएं.
हल्दी
मंजिष्ठा को आयुर्वेद में एक प्रभावी रक्त शोधक माना जाता है. यह मुंहासे, थकावट और सूजन को कम करने में मदद करता है. आप इसे पाउडर या हर्बल चाय के रूप में उपयोग कर सकते हैं.
मंजिष्ठा
गुलाब जल एक प्राकृतिक टोनर है जो स्किन के pH को बैलेंस करता है और चेहरे को ताजगी और नमी प्रदान करता है.
गुलाब जल
आयुर्वेद में इसे चमत्कारी तेल कहा जाता है. कुमकुमादी तेल सुस्त त्वचा, काले धब्बे और दाग-धब्बों को कम करने में सहायक होता है. रात को चेहरा साफ करने के बाद इसकी 2-3 बूंदें लगाना लाभदायक होता है.
कुमकुमादी तेल
यह प्राकृतिक मिट्टी त्वचा से अशुद्धियों को बाहर निकालती है. तैलीय और मुंहासे वाली त्वचा के लिए यह बेहद प्रभावी है. आप इसे गुलाब जल या एलोवेरा जेल के साथ मिलाकर लगा सकते हैं.
मुल्तानी मिट्टी
एलोवेरा चेहरे के लिए अत्यंत उपयोगी होता है. यह जलन को शांत करता है, त्वचा को ठंडक और गहराई से नमी प्रदान करता है.
एलोवेरा