5 June 2025
Satish Vishwakarma
गर्मियों में मटका का ठंडा पानी न सिर्फ राहत देता है, बल्कि यह प्लास्टिक बोतल या स्टील कंटेनर से ज्यादा इको-फ्रेंडली भी है. लेकिन क्या जानते हैं कि ये पानी हमेशा सुरक्षित होता है. चलिए जानते हैं.
बहुत से ऐसे लोग है जो नया मटका खरीदकर उसमें सीधे पानी भर देते हैं. लेकिन ऐसा करना सही नहीं है. नया मटका कई तरह के बैक्टीरिया या धूल-गंदगी लिए हो सकता है.
ऐसे करें इस्तेमाल
मार्केट से खरीद गए मटके को सबसे पहले 24 घंटे तक साफ पानी में भिगाएं, फिर उसे अच्छे से रगड़कर धोए. मटके को धोकर उसे धूप में अच्छी तरह से सूखा लेना चाहिए. इससे मटके में मौजूद बैक्टिरियां खत्म हो जाती है.
नया मटका
कभी भी मटके को साबुन से नहीं धोना चाहिए. क्यों कि मटका मिट्टी का बना होता है, यह साबुन के केमिकल्स को सोख लेता है. इससे पानी का स्वाद बिगड़ सकता है और सेहत पर असर पड़ सकता है.
नहीं धोना चाहिए साबुन से
अपने मटके का हर दिन पानी बदलते समय उसे ताजे पानी से हल्का-सा धो लें. इससे बैक्टीरिया पनपने से रोका जा सकता है.
रोजाना सफाई है जरूरी
गुनगुने पानी और सॉफ्ट ब्रश से अंदर की सफाई करें. एक बार हफ्ते में नींबू का रस और सेंधा नमक मिलाकर पेस्ट बनाएं और उससे सफाई करें. साथ ही इसके बाद धूप में सूखाना न भूलें.
3 से 4 दिन में करें हल्की स्क्रबिंग
गर्मियों में पानी 24 घंटे से ज्यादा मटके में नहीं रखना चाहिए. अगर पानी ज्यादा देर तक रखा रहा तो उसमें बैक्टीरिया बढ़ सकते हैं.
कितने दिनों का पानी है सेफ?
मटके को हमेशा ढक्कन से ढककर रखें. इसे 2 से 4 दिन से ज्यादा बिना सफाई के इस्तेमाल न करें. साथ ही गर्मियों में हर दिन पानी बदलना जरूरी है.
इन बातों का रखें ध्यान