30 May 2025
Satish Vishwakarma
गर्मियों में आइसक्रीम सबसे पसंदीदा होती है. लेकिन स्वाद से पहले उसकी साफ-सफाई और गुणवत्ता पर ध्यान देना जरूरी है. बिना सोचे-समझे खाई गई आइसक्रीम सेहत बिगाड़ सकती है.
आइसक्रीम हमेशा भरोसेमंद दुकान या ब्रांड से ही खरीदें. अगर शक हो तो घर पर कुछ आसान तरीकों से उसकी असलियत जांच सकते हैं. जैसे अगर आइसक्रीम पर नींबू का रस डालने पर झाग बने, तो उसमें डिटर्जेंट मिलाया गया हो सकता है.
कैसे करें पहचान
अगर आइसक्रीम बनाने में गंदा पानी, बिना उबला दूध या गलत तरीके से हैंडलिंग की जाए तो उसमें खतरनाक बैक्टीरिया आ सकते हैं. इससे पेट दर्द, उल्टी, दस्त जैसे लक्षण हो सकते हैं. साफ-सफाई का ध्यान न रखना भारी पड़ सकता है.
बर्फ में छिपे बैक्टीरिया के खतरे
कुछ जगहों पर आइसक्रीम में क्रीम जैसा texture लाने के लिए डिटर्जेंट या दूसरे हानिकारक रसायन मिलाए जाते हैं. ऐसी चीजें खाने से शरीर पर बुरा असर पड़ सकता है. इसलिए स्वाद से ज़्यादा सेहत को प्राथमिकता दें.
स्वाद में मिलावट का खेल
असली आइसक्रीम मुलायम, गाढ़ी और धीरे-धीरे पिघलती है. अगर वो जल्दी पिघल जाए या उसका texture किरकिरा हो तो वो नकली हो सकती है. स्वाद अगर बहुत मीठा या आर्टिफिशियल लगे तो सतर्क हो जाएं.
असली और नकली आइसक्रीम में फर्क
आइसक्रीम दूध और दूध से बने पदार्थों से बनती है. जबकि फ्रोजन डेजर्ट में वनस्पति तेल या फैट होता है. खरीदने से पहले लेबल ज़रूर देखें कि आप आइसक्रीम ले रहे हैं या फ्रोजन डेजर्ट.
आइसक्रीम और फ्रोजन डेजर्ट में अंतर
आजकल इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर ढेरों आसान रेसिपी उपलब्ध हैं. थोड़ी मेहनत से आप स्वादिष्ट और साफ-सुथरी आइसक्रीम घर पर बना सकते हैं. इससे न सिर्फ पैसे बचेंगे बल्कि सेहत भी सुरक्षित रहेगी.
घर पर बनाएं