25 May 2025
Tejaswita Upadhyay
2025 में कार खरीदने का मतलब सिर्फ ब्रांड चुनना नहीं, बल्कि टेक्नोलॉजी का सही चुनाव करना भी है. EV और Hybrid दोनों के अपने फायदे हैं, लेकिन आपके लिए कौन है बेहतर? आइए समझते हैं.
Electric कारें सीधे बैटरी से चलती हैं, जिससे कोई धुआं नहीं निकलता. पर्यावरण के लिए ये एकदम क्लीन हैं और सरकारी सब्सिडी भी मिलती है. अगर आप ग्रीन टेक्नोलॉजी के समर्थक हैं, तो EV बेस्ट हो सकता है.
Zero Emission Drive
Hybrid कारें पेट्रोल और बैटरी दोनों से चलती हैं. यानी बैटरी खत्म भी हो जाए, तो पेट्रोल काम आएगा. ये लॉन्ग ड्राइव और कम चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर वाले इलाकों के लिए ज्यादा भरोसेमंद होती हैं.
Hybrid का फायदा
EV को चार्ज करने में घंटों लग सकते हैं, जबकि हाइब्रिड कार को पेट्रोल पंप से मिनटों में फुल कर सकते हैं. भारत जैसे देश में जहां चार्जिंग पॉइंट सीमित हैं, वहां Hybrid थोड़ी अधिक प्रैक्टिकल लग सकती है.
चार्जिंग vs फ्यूलिंग
EV में इंजन नहीं होता, गियरबॉक्स नहीं होता, मतलब मेंटेनेंस बेहद कम होता है. हाइब्रिड में दोनों सिस्टम होते हैं, जिससे मेंटेनेंस की कॉस्ट थोड़ी बढ़ जाती है. EV लॉन्ग टर्म में सस्ती साबित हो सकती है.
मेंटेनेंस की बात
Hybrid कारें थोड़ी सस्ती होती हैं, लेकिन पेट्रोल पर चलने के कारण लंबी अवधि में खर्चा बढ़ता है. EV महंगी होती है, लेकिन सरकार की सब्सिडी और कम रनिंग कॉस्ट इसे फायदेमंद बना सकती है.
कीमत का अंतर
EVs का टॉर्क तुरंत मिलता है, जिससे ड्राइव एकदम स्मूद और फास्ट होती है. वहीं Hybrid कारें थोड़ी भारी होती हैं और उनका एक्सीलरेशन EV जितना फुर्तीला नहीं होता. ड्राइविंग एक्सपीरियंस के शौकीनों के लिए EV बेहतर है.
परफॉर्मेंस में कौन आगे?
अगर आप शहर में ज्यादा ड्राइव करते हैं और चार्जिंग की सुविधा है, तो EV चुनना समझदारी है. लेकिन अगर आपकी यात्राएं लंबी हैं और हाईवे पर अधिक सफर होता है, तो Hybrid कार ज्यादा सुविधाजनक हो सकती है.
आपके लिए कौन है सही ?