7July 2025
Satish Vishwakarma
अंतरिक्ष से मुस्कुराते हुए दिखे ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला. वह ISS की मशहूर कुपोला विंडो से धरती को निहार रहे हैं. 26 जून को वह 14 दिन के मिशन पर पहुंचे.
PM मोदी से बातचीत में शुक्ला ने कहा अंतरिक्ष से देखने पर धरती एकजुट दिखती है. भारत बहुत विशाल लगता है. यह अनुभव एकता और मानवता का अहसास कराता है.
धरती पर कोई सीमा नहीं दिखती
इस मिशन में कमांडर पेगी व्हिटसन, पायलट शुभांशु शुक्ला, और दो मिशन स्पेशलिस्ट शामिल हैं. सभी वैज्ञानिक रिसर्च और शिक्षा से जुड़ी गतिविधियों में लगे हैं.
भारत का नेतृत्व
शुक्ला ने बीजों को पानी देकर उगाया. ये बीज अब धरती पर कई पीढ़ियों तक उगाए जाएंगे. वैज्ञानिक इसके पोषण, डीएनए और माइक्रोब्स में आए बदलावों को समझेंगे.
स्प्राउट्स प्रोजेक्ट से भविष्य की खेती तय होगी
मायोजेनेसिस स्टडी: मांसपेशियों की कमजोरी पर रिसर्च. स्पेस माइक्रो-अल्गी: भविष्य के लिए भोजन, ऑक्सीजन और बायोफ्यूल का विकल्प. स्प्राउट्स प्रोजेक्ट: बीजों के अंकुरण और पौधों की ग्रोथ का अध्ययन.
किए हैं अहम वैज्ञानिक प्रयोग
उन्होंने एक वीडियो में दिखाया कि बिना ग्रैविटी के भौतिक और रासायनिक बदलाव कैसे होते हैं. जैसे गैस निकलना, मिश्रण होना या ताप उत्पन्न हो
STEM डेमो से बच्चों को किया प्रेरित
3 और 4 जुलाई को शुक्ला ने लखनऊ, बेंगलुरु और तिरुवनंतपुरम के बच्चों से बात की. पर अब तक ISRO ने कोई वीडियो या फोटो सार्वजनिक नहीं किया है.
बच्चों से की बात