26 May 2025
Soma Roy
बैंगन के पौधों में फूल झड़ना आम बात है, लेकिन इससे फल कम लगते हैं. फिटकरी, वर्मी कम्पोस्ट, नीम खली और सरसों की खली डालकर इस समस्या को दूर करें. ये सस्ता और प्राकृतिक तरीका है.
फिटकरी में एल्युमिनियम और पोटेशियम सल्फेट होता है, जो मिट्टी का पीएच बैलेंस करता है. ये फंगल इंफेक्शन और कीटों से पौधे को बचाता है. इसलिए बस 2 चम्मच फिटकरी पाउडर 1 लीटर पानी में मिलाकर डालें.
फिटकरी का कमाल
वर्मी कम्पोस्ट एक जैविक खाद है, जो मिट्टी की उर्वरकता बढ़ाती है. एक मुट्ठी वर्मी कम्पोस्ट मिट्टी में डालें, इससे पौधे की जड़ें मजबूत होंगी और वृद्धि तेज होगी.
वर्मी कम्पोस्ट से मिट्टी बनेगी उपजाऊ
नीम खली प्राकृतिक कीटनाशक है, जो बैंगन को कीटों और रोगों से बचाती है. ये फसल की क्वालिटी भी बेहतर करती है. एक मुट्ठी नीम खली घोल में मिलाएं.
नीम खली, कीटों का दुश्मन
सरसों की खली में नाइट्रोजन, फास्फोरस और पोटेशियम जैसे तत्व होते हैं. ये पौधे की ग्रोथ और फलने-फूलने में मदद करती है. एक मुट्ठी खली घोल में डालें.
सरसों की खली से पोषण की बौछार
1 लीटर पानी में 2 चम्मच फिटकरी, 1-1 मुट्ठी वर्मी कम्पोस्ट, नीम खली और सरसों खली मिलाएं. इस मिश्रण को 24 घंटे ढककर रखें. फिर थोड़ा पानी और मिलाकर पौधों की जड़ों में डालें. इसमें मुश्किल से 10-15 रुपये का खर्च आएगा.
घोल बनाने का आसान तरीका
इस घोल को महीने में 4 बार पौधों में डालें. इससे बैंगन के पौधों को नियमित पोषण मिलेगा, फूल नहीं झड़ेंगे और बैंगन ज्यादा लगेंगे.
महीने में 4 बार करें इस्तेमाल