30 June 2025
Satish Vishwakarma
आज के दौर में किसी देश की ताकत सिर्फ उसकी थल सेना या समुद्री सेना से नहीं, बल्कि उसकी वायु सेना भी है. एयरफोर्स का मतलब है ऐसे लड़ाकू विमान, बमवर्षक, हेलिकॉप्टर और ड्रोन जो आसमान में दुश्मनों का मुकाबला करें.
वर्ल्ड पॉपुलेशन रिव्यू 2025 में जारी आंकड़ों के अनुसार, दुनिया के 10 सबसे ताकतवर देशों के पास कितने एयरक्राफ्ट हैं, आइए जानते हैं टॉप 7 देशों की वायुशक्ति के बारे में.
क्या कहती है रिपोर्ट?
अमेरिका इस लिस्ट में पहले नंबर पर है. इसके पास एयरफोर्स, नेवी, मरीन और आर्मी को मिलाकर 14,000 से ज्यादा विमान हैं. इनके पास F-35 और F-22 जैसे एडवांस फाइटर जेट्स हैं. साथ ही B-2 और B-52 जैसे बमवर्षक भी हैं.
अमेरिका
रूस का नंबर दूसरा है. इसके पास 4,000 से ज्यादा एयरक्राफ्ट हैं. इसमें Tu-160 जैसे बमवर्षक और Su-35, Su-57 जैसे एडवांस फाइटर जेट शामिल हैं.
रूस
चीन तीसरे नंबर पर है. उसके पास J-20 जैसे स्टेल्थ फाइटर और J-16 जैसे मल्टीरोल फाइटर हैं. चीन अपनी एयरफोर्स को खुद के बनाए विमान से मजबूत कर रहा है.
चीन
इस रिपोर्ट में भारत चौथे नंबर पर है. भारतीय वायुसेना में रूसी Su-30MKI, फ्रेंच Rafale और Mirage जैसे विमान हैं. साथ ही भारत खुद का लड़ाकू विमान 'तेजस' भी बना रहा है.
भारत
जापान की वायुसेना अमेरिकी और खुद की तकनीक का इस्तेमाल करती है. इसमें F-35 और F-15J जैसे एडवांस फाइटर शामिल हैं. जापान का फोकस समुद्री सुरक्षा और देश की रक्षा पर है.
जापान
पाकिस्तान के पास अमेरिकी F-16, चीनी JF-17 और फ्रेंच Mirage जैसे विमान हैं. पाकिस्तान चीन के साथ मिलकर अपनी वायुसेना को भारत के मुकाबले मजबूत करने की कोशिश कर रहा है.
पाकिस्तान
दक्षिण कोरिया की एयरफोर्स काफी हाई-टेक है. इसमें F-35A, KF-16, T-50 और नया बन रहा KF-21 जैसे विमान हैं. उत्तर कोरिया से खतरे के चलते वह अपनी एयरफोर्स को हर समय तैयार रखता है.
दक्षिण कोरिया