7 June 2025
Tejaswita Upadhyay
बॉलीवुड में कुछ फिल्में बिना बड़े बजट और ग्लैमर के भी गहरी छाप छोड़ती हैं. ये फिल्में दर्शकों की नजरों से भले छुपी रह गई हों, लेकिन इनमें छिपे संदेश बेहद दमदार हैं.
बिहार की जबरन शादी जैसी प्रथा पर आधारित यह फिल्म सच्चाई को कड़वे तरीके से पेश करती है. इसे नेशनल अवॉर्ड भी मिला, लेकिन कम ही लोग इसके बारे में जानते हैं.
Antardwand (2010)
जीवन, मृत्यु और सामाजिक पाबंदियों पर आधारित यह फिल्म संवेदनशील मुद्दों को बड़ी खूबसूरती से उठाती है. फिल्म में गंगा घाटों की पृष्ठभूमि और इमोशनल गहराई दर्शकों को झकझोर देती है.
Masaan (2015)
एक आम इंसान का 'खुद की आंखों से देखने' का निर्णय जिंदगी को कैसे बदल देता है, यह फिल्म उसी सोच को गहराई से दिखाती है. यह आपको आत्म-विश्लेषण करने पर मजबूर कर देगी.
Ankhon Dekhi (2013)
ग्रामीण से शहरी जिंदगी की कड़वी सच्चाई और गरीब मजदूर के संघर्ष को दिखाने वाली यह फिल्म, सिस्टम की नाइंसाफी को उजागर करती है. राजकुमार राव का अभिनय जबरदस्त है.
CityLights (2014)
मृत्यु को आध्यात्मिक और मानवीय दृष्टिकोण से देखने वाली यह फिल्म जीवन की नश्वरता को बेहद शांत भाव से दिखाती है. वाराणसी की पृष्ठभूमि में यह फिल्म आत्मचिंतन को प्रेरित करती है.
Mukti Bhawan (2016)
एक गरीब बच्चे की पढ़ाई और 'कलाम बनने' की जिद, इस फिल्म को बेहद प्रेरणादायक बनाती है. बच्चों और बड़ों दोनों के लिए यह फिल्म एक खूबसूरत सबक देती है — सपने देखना और उन्हें पाना.
I Am Kalam (2011)
इन फिल्मों ने शोर नहीं मचाया, लेकिन समाज की गहराइयों को छू लिया। अगर आपने ये नहीं देखी हैं, तो आज ही अपनी वॉचलिस्ट में जोड़ लें — क्योंकि असली सिनेमा यहां सांस लेता है।
असली सिनेमा