06/09/2025
Satish Vishwakarma
अगर आपका क्रेडिट स्कोर 500 या उससे कम है तो लोन और क्रेडिट कार्ड आसानी से अप्रूव नहीं होंगे. मंजूरी मिलने पर भी ब्याज दर बहुत ज्यादा होती है. यह स्कोर किसी गलती से नहीं, बल्कि बार-बार की गई फाइनेंशियल गलतियों से भी बन सकता है.
क्रेडिट स्कोर गिरने की सबसे बड़ी वजह लेट पेमेंट है. हर देर से EMI या कार्ड पेमेंट क्रेडिट रिपोर्ट में दर्ज होता है और सालों तक स्कोर नीचे रखता है. ऐसे में टाइम पर पेमेंट करना सबसे जरूरी है.
समय पर पेमेंट न करना
अगर आप बार-बार लिमिट का 60 से 70 फीसदी या उससे ज्यादा इस्तेमाल करते हैं तो बैंक आपको हाई-रिस्क मानते हैं. इससे स्कोर 500 से ऊपर नहीं बढ़ता. लिमिट का 30 फीसदी से कम सही होता है.
ज्यादा क्रेडिट कार्ड लिमिट का यूज
कई लोग लोन का कुछ हिस्सा पेमेंट करके उसे सेटल मान लेते हैं. लेकिन रिपोर्ट में सेटल्ड स्टेटस निगेटिव होता है. पेड इन फुल या क्लोज्ड ही अच्छा माना जाता है.
लोन सेटल करना
कम समय में कई लोन या कार्ड लेने से आपकी प्रोफाइल पर कई हार्ड इंक्वायरी दर्ज होती हैं. यह बैंकों को दिखाता है कि आप कैश की कमी से जूझ रहे हैं. धीरे-धीरे और लिमिटेड आवेदन करना बेहतर होता है.
क्रेडिट कार्ड लेना
कई बार रिपोर्ट में पुरानी या गलत एंट्री रह जाती हैं. जैसे गलत सेटलमेंट या डुप्लीकेट लोन. इनसे स्कोर और गिरता है. रिपोर्ट को समय-समय पर चेक करना और गलतियों को सुधारना जरूरी है.
क्रेडिट रिपोर्ट की गलतियों को नजरअंदाज करना
500 से ऊपर लाना मुश्किल है लेकिन असंभव नहीं. समय पर पेमेंट करना, बैलेंस कम रखना, नया कर्ज न लेना और गलत एंट्री सुधारना स्कोर को 12 से 24 महीनों में बेहतर कर सकता है.
स्कोर सुधारने के शुरुआती कदम