एयरबैग से जुड़ी 8 जरूरी बातें जो हर ड्राइवर को जाननी चाहिए

21 June 2025

VIVEK SINGH

भारत में हर साल लाखों सड़क हादसे होते हैं. ऐसे में एयरबैग जान बचाने का अहम जरिया बन चुका है. एक्सीडेंट के वक्त ये शरीर को सीधा झटका लगने से बचाता है और गंभीर चोट को टालता है.

 एयरबैग क्यों जरूरी है?

कार में लगे सेंसर टक्कर के समय 20-40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार का झटका पहचानते हैं और तुरंत एयरबैग खोलते हैं. यह प्रक्रिया कुछ ही मिलीसेकंड में होती है और जान बचाने में मदद करती है.

एयरबैग काम कैसे करता है?

सरकार के नियमों के अनुसार सभी कारों में कम से कम 2 एयरबैग होने चाहिए. हालांकि आजकल अधिकतर कारों में 6 से 7 एयरबैग तक दिए जा रहे हैं जो फ्रंट, साइड और रियर से सुरक्षा देते हैं.

कितने एयरबैग होते हैं जरूरी?

Frontal, Passenger, Side, Knee, Curtain और Rear Center एयरबैग अलग-अलग हिस्सों की सुरक्षा के लिए होते हैं. हर एयरबैग का एक खास उद्देश्य होता है जो एक्सीडेंट के समय शरीर के अलग हिस्सों को बचाता है.

एयरबैग के प्रकार और उनका काम

एयरबैग तभी प्रभावी होता है जब सीट बेल्ट लगी हो. सीट बेल्ट एक्सीडेंट के समय शरीर को स्थिर रखती है जिससे एयरबैग सही जगह पर असर दिखा सके. बिना बेल्ट एयरबैग उतना कारगर नहीं होता.

सीट बेल्ट और एयरबैग का आपसी कनेक्शन

1 अप्रैल 2025 से सभी नई कारों में रियर सीट बेल्ट अलार्म अनिवार्य है. पीछे बैठे यात्री भी अब सीट बेल्ट लगाना जरूरी है, नहीं तो 1000 रुपये जुर्माने का प्रावधान है.

पीछे बैठने वालों को भी सीट बेल्ट जरूरी

अगर कार बंद है या इग्निशन ऑन नहीं है तो एयरबैग काम नहीं करेगा. साथ ही अगर सीट बेल्ट नहीं पहनी गई है तो एयरबैग खुलने के बाद भी पूरी सुरक्षा नहीं मिलती.

एयरबैग कब काम नहीं करता?

डैशबोर्ड पर भारी सामान न रखें और स्टीयरिंग से थोड़ी दूरी बनाकर बैठें. साइड एयरबैग वाली सीट पर मोटा कवर न लगाएं. इन सावधानियों से एयरबैग बेहतर तरीके से काम करता है.

एयरबैग को सही से काम करने देने के उपाय