11 June 2025
Kumar Saket
आने वाले दिनों में ऐसा हो सकता है कि AC को मिनिमम 20 और मैक्सिमम 28 डिग्री सेल्सियस से ऊपर नहीं चला पाएंगे.
AC टेंपरेचर स्टैंडर्डाइजेशन करने का मकसद ऊर्जा संरक्षण, बिजली खपत में कमी और पर्यावरण के संतुलन को बनाए रखना है.
टेंपरेचर स्टैंडर्डाइजेशन क्यों?
AC टेंपरेचर को लेकर ग्लोबल स्टैंडर्ड पहले से मौजूद हैं. यहां कूलिंग मोड, हीटिंग मोड, आइडियल टेंपरेचर और एनर्जी एफिशिएंट रेंज मौजूद हैं.
AC टेंपरेचर के ग्लोबल स्टैंडर्ड
टेंपरेचर स्टैंडर्डाइजेशन की बात करें तो USA में 21 से 24, इटली में 23 से 25, यूरोप 20 से 25, जापान 26 से 28 और मिडिल ईस्ट में 20 से 24 डिग्री सेल्सियस है.
अन्य देशों में क्या हैं स्टैंडर्ड ?
AC के अंदर एक्सट्रीम ऑपरेटिंग लिमिट होती हैं, जहां मिनिमम कूलिंग टेंपरेचर 16°C (60°F) और मैक्सिमम कूलिंग टेंपरेचर 30°C (86°F) होता है.
क्या होता है एक्सट्रीम ऑपरेटिंग लिमिट?
Bureau of Indian Standards की तरफ से सलाह दी जाती है कि भारत में AC को 24-26 डिग्री सेल्सियस पर चलाना चाहिए. इसकी मदद से लोगों को कूलिंग और पावर सेविंग दोनों मिलती है.
इतने पर चलाएं AC