25 June 2025
VIVEK SINGH
फैक्ट्री आउटलेट में सामान डायरेक्ट मैन्युफैक्चरर से आता है, जिससे मिडलमेन की लागत बचती है. यह सीधी सप्लाई चेन कीमत को शोरूम की तुलना में काफी कम कर देती है.
शोरूम में नया सीजन आते ही पुराना स्टॉक फैक्ट्री आउटलेट भेज दिया जाता है. ऐसे में ब्रांड उसे डिस्काउंट रेट पर बेच देता है ताकि स्टॉक क्लियर हो सके.
कुछ प्रोडक्ट्स में हल्की गड़बड़ियां होती हैं, जैसे सिलाई या टैग की गलती. ये उपयोग में असर नहीं डालतीं लेकिन कीमत घटा देती हैं.
शोरूम का माल कई चैनलों से होकर आता है, जिससे लागत बढ़ती है. फैक्ट्री आउटलेट सीधे फैक्ट्री से माल लेता है जिससे कीमत घटती है.
आउटलेट स्टोर महंगे मॉल की जगह सस्ते इलाकों में होते हैं. वहां स्टाफ भी कम होता है और प्रचार-प्रसार पर ज्यादा खर्च नहीं होता.
आउटलेट में सिर्फ पुराना ही नहीं, नया स्टॉक भी कम दाम पर मिल सकता है. ये आइटम्स भी क्लियरेंस मॉडल पर बेचे जाते हैं.
शोरूम के मुकाबले आउटलेट के कपड़ों की क्वालिटी थोड़ी अलग हो सकती है. कुछ ब्रांड खास तौर पर आउटलेट के लिए कम लागत वाले प्रोडक्ट बनाते हैं.
शोरूम के मुकाबले आउटलेट के कपड़ों की क्वालिटी थोड़ी अलग हो सकती है. कुछ ब्रांड खास तौर पर आउटलेट के लिए कम लागत वाले प्रोडक्ट बनाते हैं.