19 June 2025
Satish Vishwakarma
उत्तराखंड की कुमाऊं पहाड़ियों में बसा नैनीताल एक बेहद सुंदर हिल स्टेशन है. इसे झीलों का शहर कहा जाता है. यहां की प्राकृतिक खूबसूरती, शांत वातावरण और पुरानी इमारतें पर्यटकों को खूब भाती हैं.
नैनीताल का दिल कही जाने वाली नैनी झील हरे-भरे पहाड़ों के बीच एक अर्धचंद्र आकार की झील है. यहां बोटिंग, पैडलिंग और याचिंग कर सकते हैं. शाम के वक्त झील में इमारतों की रोशनी पड़ती है जो नजारा और भी सुंदर बना देती है.
नैनी लेक
नैनी झील के किनारे स्थित नैना देवी मंदिर शक्ति की देवी को समर्पित है. ऐसा माना जाता है कि यही वो स्थान है जहां माता सती की आंखें गिरी थीं. श्रद्धालु यहां आकर मानसिक शांति और शक्ति का अनुभव करते हैं.
नैना देवी मंदिर
करीब 2,270 मीटर की ऊंचाई पर बना स्नो व्यू पॉइंट से नंदा देवी, त्रिशूल और नंदा कोट जैसे हिमालय के पहाड़ दिखते हैं. यहां तक केबल कार या सड़क से पहुंचा जा सकता है. यहां टेलीस्कोप से नजदीक से पहाड़ देख सकते हैं और चाय की चुस्की भी ले सकते हैं.
स्नो व्यू प्वाइंट
नैनी झील के किनारे मॉल रोड सबसे व्यस्त और जीवंत जगह है. यहां पुराने ज़माने की इमारतें, शॉप्स, रेस्टोरेंट और स्ट्रीट फूड की भरमार है. घूमने-फिरने, शॉपिंग करने और खाने-पीने के लिए ये बेस्ट जगह है.
मॉल रोड
शहर से करीब 4 किमी दूर स्थित टिफिन टॉप को डोरोथी सीट भी कहा जाता है. यहां से पूरे नैनीताल का सुंदर नज़ारा दिखता है. यह जगह पिकनिक के लिए मशहूर है. यहां तक घुड़सवारी या पैदल पहाड़ी रास्तों से पहुंचा जा सकता है.
टिफिन टॉप
नैनीताल घूमने का सबसे अच्छा समय मार्च से जून और सितंबर से नवंबर तक है. बारिश के मौसम में रास्ते फिसलन भरे हो सकते हैं. सर्दियों में बहुत ठंड पड़ती है तो गर्म कपड़े जरूर ले जाएं.
घूमने का सही समय
नैनीताल सिर्फ एक हिल स्टेशन नहीं, एक एहसास है. हर कोना, हर झील और हर पहाड़ी कुछ कहती है. अगर आप शांति, सुंदरता और रोमांच एक साथ चाहते हैं, तो नैनीताल जरूर जाएं.
हर मोड़ पर है जादू