10 July, 2025
Kumar Saket
हर फंड आपके लिए उपयुक्त नहीं होता. निवेश से पहले रिसर्च करें कि कौन सा फंड आपके गोल और रिस्क प्रोफाइल के अनुसार सबसे बेहतर रहेगा. सही फंड से ही बेहतर रिटर्न की शुरुआत होती है.
केवल एक फंड में निवेश करने से बचें. अलग-अलग फंड्स में पैसा लगाएं ताकि जोखिम बंट सके और अलग-अलग क्षेत्रों से लाभ मिले. विविध पोर्टफोलियो निवेश को स्थिरता देता है.
बिना प्लानिंग के निवेश न करें. पहले तय करें कि आपको कहां और कितना निवेश करना है. एसेट अलोकेशन को समझें ताकि फंड का सही उपयोग हो सके और आपका लक्ष्य पूरा हो.
निवेश की स्पष्ट लिस्ट बनाएं
संपूर्ण राशि एक बार में निवेश करने की बजाय SIP यानी सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान का रास्ता चुनें. इससे बाजार के उतार-चढ़ाव का असर कम होता है और लागत औसत हो जाती है.
म्यूचुअल फंड में बेहतर रिटर्न के लिए कम से कम 5 साल का निवेश प्लान बनाएं. शॉर्ट टर्म में बाजार में उतार-चढ़ाव ज्यादा रहता है, जबकि लॉन्ग टर्म में ग्रोथ की संभावना बढ़ती है.
हर निवेशक की रिस्क प्रोफाइल अलग होती है. आपको यह समझना जरूरी है कि आप कितना जोखिम उठा सकते हैं और उसी अनुसार फंड का चुनाव करें ताकि भविष्य में पछताना न पड़े.
निवेश के बाद उसे भूल न जाएं. समय-समय पर अपने फंड की परफॉर्मेंस को ट्रैक करें. जरूरत पड़ने पर फंड बदलें या पोर्टफोलियो को रीबैलेंस करें ताकि रिटर्न बना रहे.
धैर्य के साथ निवेश करें. जल्दी अमीर बनने की चाहत में गलत फैसले न लें. म्यूचुअल फंड एक नियमित, अनुशासित और दीर्घकालिक निवेश का विकल्प है, जो समय के साथ फल देता है.