21 June 2025
VIVEK SINGH
RBI ने गोल्ड लोन को लेकर नए नियम लागू किए हैं. इनसे लोन देने की प्रक्रिया और मूल्यांकन के तरीके बदल जाएंगे, खासकर NBFCs को अब ज्यादा सतर्कता के साथ काम करना होगा.
अब लोन देने से पहले सोने की वैल्यू और दस्तावेजों का दोबारा मूल्यांकन अनिवार्य होगा. इससे फर्जीवाड़ा कम होगा और ग्राहकों को पारदर्शिता मिलेगी.
हर गोल्ड लोन की होगी दोबारा जांच
नए नियमों का असर सबसे ज्यादा NBFCs पर पड़ेगा क्योंकि उनका बड़ा हिस्सा गोल्ड लोन से जुड़ा है. उन्हें अपने लोन अप्रूवल सिस्टम में बदलाव करने होंगे.
NBFCs के लिए बढ़ेगी चुनौती
पहले जहां कुछ ही घंटों में गोल्ड लोन मिल जाता था, अब कागजात और मूल्यांकन की प्रक्रिया लंबी होगी. इससे ग्राहकों को इंतजार करना पड़ सकता है.
लोन अप्रूवल में लगेगा ज्यादा समय
अब केवल गोल्ड गिरवी रखना काफी नहीं होगा, लोन के लिए ग्राहक की क्रेडिट हिस्ट्री भी जांची जाएगी. इससे जोखिम वाले लोन को रोका जा सकेगा.
क्रेडिट स्कोर की अहमियत बढ़ेगी
नए नियमों के तहत यह देखा जाएगा कि सोने के मुकाबले कितना लोन दिया जा रहा है. LTV रेशियो की सख्ती से निगरानी होगी ताकि ज्यादा जोखिम न लिया जाए.
लोन टू वैल्यू (LTV) रेशियो पर निगरानी
पहले कई जगह सिर्फ सोना देखकर लोन दे दिया जाता था, लेकिन अब KYC, इनकम प्रूफ और अन्य दस्तावेजों की अच्छी तरह जांच की जाएगी.
दस्तावेजों की जांच होगी अनिवार्य
गोल्ड लोन लेते वक्त अब ग्राहकों को ज्यादा सतर्क रहना होगा. उन्हें ब्याज दर, प्रोसेसिंग फीस और नियमों को पूरी तरह समझकर ही लोन लेना चाहिए.
ग्राहकों को भी रहना होगा सतर्क