25 June, 2025
Kumar Saket
रिलायंस इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष, जियो के संस्थापक और एशिया के सबसे अमीर शख्स मुकेश अंबानी ने बताया सफलता के सात सूत्र. उनके पिता धीरूभाई अंबानी ने मामूली शुरुआत से टेक्सटाइल से पेट्रोकेमिकल्स तक की राह बनाई. मुकेश ने वही विरासत आगे बढ़ाते हुए Jio के माध्यम से देश डिजिटल क्रांति लाया.
स्वामी विवेकानंद की प्रेरणा से एक ही लक्ष्य को जीवन बनाएं. एक एकाग्रता का दृष्टिकोण जिसने Jio को सफलता की डगर पर खड़ा किया. इसलिए अपने लक्ष्य पर अडिग रहें.
डिजिटल तकनीक जीवन बदलती है, लेकिन उसे बड़े पैमाने पर लागू करना होगा. JIO में हार्डवेयर, सॉफ्टवेयर और कोर नेटवर्क का 80 फीसदी कंपनी खुद बनाती है.
टेक्नोलॉजी+स्केल
मुकेश अंबानी ने कहा, धीरूभाई का सपना था कि पोस्टकार्ड से सस्ता कॉल उपलब्ध हो. Jio ने वह सपना साकार कर दिया.
जोखिम की सीमाएं पहले तय करें, और फिर पूरे आत्मविश्वास से आगे बढ़ें. Worst‑case scenario के बारे में सोचें, और अगर वही हुआ, तो भी खुद को बचाने की योजना बनाएं.
5G नेटवर्क का लगभग 80‑85 फीसदी तकनीकी स्टैक in‑house तैयार किया गया है. यह गर्व नहीं, बल्कि आत्मनिर्भर विकास की सोच दर्शाता है.
500 मिलियन से अधिक SUBSCRIBERS को सिर्फ ग्राहक नहीं, अपना माना. यही JIO के सफलता का राज है.
मुकेश अंबानी ने Jio में खुद के 25 अरब रुपये का निजी निवेश किया. उनका मानना है कि Jio का लॉन्च व्यापार नहीं, बल्कि भारत को डिजिटल युग से जोड़ने का देशभक्ति-प्रेरित कदम था.