13 June 2025
VIVEK SINGH
हाल ही में सोशल मीडिया पर ऐसी खबरें वायरल हुईं कि ₹3000 से अधिक के UPI पेमेंट पर चार्ज देना होगा. इससे लोगों में भ्रम और चिंता फैल गई थी.
वित्त मंत्रालय ने 11 जून को कहा कि UPI ट्रांजैक्शन पर किसी भी राशि के लिए कोई चार्ज नहीं लगेगा. ऐसी खबरें भ्रामक और पूरी तरह से गलत हैं.
सरकार ने दी साफ सफाई
कुछ रिपोर्ट्स में कहा गया कि 0.3फीसदी मर्चेंट डिस्काउंट रेट (MDR) फिर से लागू होगा. इससे लगा कि ₹3000 के UPI पर ₹9 तक का चार्ज लग सकता है.
क्या है MDR और क्यों फैली अफवाह?
वित्त वर्ष 2022 में सरकार ने डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा देने के लिए MDR को हटा दिया था. इसके बाद UPI देश का सबसे लोकप्रिय पेमेंट सिस्टम बन गया.
सरकार ने क्यों हटाया था MDR?
अब सिर्फ मोबाइल नंबर, UPI ID या QR कोड से पेमेंट संभव है. इसमें बैंक डिटेल्स या IFSC कोड की जरूरत नहीं पड़ती, जिससे पेमेंट आसान हो गया है.
कैसे काम करता है UPI सिस्टम?
UPI को नेशनल पेमेंट कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) संचालित करता है. RTGS और NEFT जैसे अन्य पेमेंट सिस्टम RBI के अधीन आते हैं.
कौन चलाता है UPI सिस्टम?
मई 2025 में 25.14 लाख करोड़ रुपये के 18.67 करोड़ ट्रांजैक्शन UPI से हुए. एक महीने में ट्रांजैक्शन की संख्या में 4 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई है.
कितना बढ़ा UPI का इस्तेमाल?
UPI को फ्रांस, मॉरिशस, श्रीलंका और भूटान जैसे देशों में लॉन्च किया जा चुका है. रूस, सिंगापुर, UAE जैसे देशों से समझौते हो चुके हैं.
भारत का UPI अब ग्लोबल बन गया है